यूपी की योगी सरकार ने अगले छह महीने में प्रदेश में 18 सेफ सिटी बनाने का रखा लक्ष्य;प्रयागराज भी शामिल
योगी सरकार लगातार महिलाओं के लिए उत्तर प्रदेश को ‘उत्तम प्रदेश’ बनाने में जुटी है
योगी सरकार मे प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध के खिलाफ कार्रवाई तेज हुई है।
इसी कवायद के तहत सूबे में सेफ सिटी परियोजना लाई गई है। जिसके तहत प्रदेश के 18 शहर सेफ सिटी बनेंगे। इसमें 17 नगर निगम और गौतमबुद्धनगर (नोएडा) शामिल है। इसके अलावा 75 जिलों के 1-1 निकाय को भी सेफ सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। ये शहर देश और दुनिया में महिला सुरक्षा को लेकर एक रोल मॉडल होंगे।
*सेफ सिटी में क्या 2 होगा खास होगा: एक नजर*
शहर के ऐसी जगहों पर स्ट्रीट लाइटें ठीक की जाएंगी, जहां रात में महिलाओं की आवाजाही रहती है।
महिला पुलिसकर्मी पिंक स्कूटी से शहर में पेट्रोलिंग करेंगी। खासतौर से महिला कॉलेजों और स्कूलों के पास पेट्रोलिंग होगी।
समेकित स्मार्ट कंट्रोल रूम और महिलाओं की परेशानी सुनने के लिए पिंक बूथ बनेंगे।
सेफ सिटी के तहत सिटी बसों में सीसीटीवी कैमरे और पैनिक बटन लगाए जाएंगे। कोई दिक्कत आने पर महिला पैनिक बटन दबाएगी तो कंट्रोल रूम को सूचना मिल जाएगी।
प्रमुख चौराहों और मुख्य बाजारों में महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट बनाए जाएंगे।
अगले छह महीने में प्रदेश में 18 सेफ सिटी बनाने का लक्ष्य रखा है। इनमें 17 नगर निगम – लखनऊ, कानपुर, मुरादाबाद, वृंदावन-मथुरा, सहारनपुर, मुरादाबाद, प्रयागराज, आगरा, फिरोजाबाद, शाहजहांपुर, गाजियाबाद, मेरठ, बरेली, अलीगढ़, अयोध्या, झांसी, वाराणसी और गोरखपुर हैं।