यूपी के शामली से अरेस्ट आईएसआई एजेंट कलीम;देश में मुजाहिद्दीन की जमात बनाना चाहता था

 यूपी के शामली से अरेस्ट आईएसआई एजेंट कलीम;देश में मुजाहिद्दीन की जमात बनाना चाहता था


एसटीएफ ने आईएसआई और आतंकी कनेक्शन के चलते शामली से कलीम को गिरफ्तार किया है। उसके आईएसआई हैंडलर और आतंकी संगठनों से संपर्क में होने के पुख्ता साक्ष्य मिले हैं।


एसटीएफ एएसपी ब्रिजेश सिंह ने बताया कि 23 जुलाई 2022 को पाकिस्तान में पिस्टल के साथ शामली के नौकुआं थाना कोतवाली निवासी नसीम अहमद, उसकी पत्नी अमीना और बेटे कलीम को पकड़ा गया था।


इसके बाद से ही इस परिवार की गतिविधियों पर लगातार खुफिया एजेंसी, एटीएस और एसटीएफ नजर बनाए हुए थीं। एसटीएफ टीम ने कलीम को बुधवार रात गिरफ्तार कर लिया। खुलासा किया कि कलीम, उसके भाई तहसीम और इमरान का संपर्क करीब चार-पांच साल से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और इनसे जुड़े आतंकियों से है।


एसटीएफ ने खुलासा किया कि वह देश में मुजाहिद्दीन की जमात बनाना चाहता था और इसके लिए हथियार जुटाए जा रहे थे। कलीम, मुजाहिदीन की जमात बनाना चाहता था और देश में साइलेंट वार शुरू करने की साजिश थी।


एसटीएफ अधिकारियों ने कलीम की गिरफ्तारी के साथ बड़ी साजिश का खुलासा किया है। कलीम और उसके भाई तहसीम को आईएसआई, कुछ आतंकी संगठनों से लगातार निर्देश मिल रहे थे। कलीम जब से पाकिस्तान से आया था, इसके बाद से लोगों को जेहाद फैलाने के लिए प्रेरित कर रहा था। वह यहां मुजाहिदीन की फौज बनाने की तैयारी कर रहा था। लोगों से कह रहा था कि मेरी शहादत के लिए दुआ करना और जो भी लोग मेरे साथ जुड़ना चाहते हैं, उनसे मेरी बात करा दो। उसने साजिश तैयार की थी कि देश में साइलेंट वार शुरू करना है। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि इस्लामिक राष्ट्र बनाने और यहां पर शरिया कानून लागू कराने की साजिश थी।


एसटीएफ का दावा है कि कलीम, मुजाहिदीन की जमात बनाना चाहता था और देश में साइलेंट वार शुरू करने की साजिश थी। अलग-अलग शहरों में जनता पर हमला करने की योजना बनाई गई थी, ताकि हिंसा कराई जा सके।


इसी परिवार के सदस्य इमरान निवासी शामली को कुछ दिन पहले एसटीएफ ने नकली नोटों की खेप के साथ गिरफ्तार किया था। यह पूरा परिवार एटीएस, एसटीएफ और खुफिया एजेंसियों के रडार पर रहा है। इसलिए लगातार निगरानी की जा रही थी। खुलासा हुआ कि हथियारों की खेप नेपाल के रास्ते लाते थे। दो मोबाइल, उर्दू भाषा में प्रिंटेड पेपर बरामद कलीम से दो मोबाइल फोन, 5 वर्क वाटसअप चैट छायाप्रति व 5 वर्क उर्दू भाषा में लिखे प्रिन्टेड पेपर की छायाप्रति बरामद की है। 


एसटीएफ एएसपी ब्रिजेश सिंह ने बताया कि आरोपी देश विरोधी गतिविधियों में लगे हुए हैं। इन्हें आईएसआई और आतंकी संगठन हवाला के जरिये रकम भेजते हैं। इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए टीम को लगाया हुआ है।


एसटीएफ ने खुलासा किया कि कलीम और उसके परिवार का लगातार पाकिस्तान आना-जाना था। पाकिस्तान में रिश्तेदारों के बारे में आरोपी कोई जवाब नहीं दे पा रहा है। वहीं, आईएसआई के कुछ एजेंट और हैंडलर के संपर्क में कलीम और उसका फरार भाई तहसीम रहे हैं।

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