CM योगी आदित्यनाथ ने माघ मेला-2024 के आयोजन एवं महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत की जा रही तैयारियों की समीक्षा की

CM योगी आदित्यनाथ  ने माघ मेला-2024 के आयोजन एवं महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत की जा रही तैयारियों की समीक्षा की

 योगी आदित्यनाथ ने माघ मेला से सम्बंधित सभी कार्यों को 31 दिसम्बर तक अनिवार्य रूप से पूर्ण कराये जाने के दिए निर्देश



 मुख्यमंत्री ने माघ मेला में आने वाले साधु-संतो, श्रद्धालुओं एवं कल्पवासियों को अच्छी से अच्छी सुविधाएं उपलब्ध कराने के दिए निर्देश


माघ मेले में आने वाले साधु-संत, श्रद्धालु एवं कल्पवासी यहां से लेकर जाए अच्छा संदेश


माघ मेले में स्वच्छता, पेयजल एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की अच्छी से अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित करने के दिए निर्देश


 मुख्यमंत्री ने माघ मेले में टैªफिक मैनेजमेंट, पार्किंग एवं सुरक्षा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के दिए निर्देश


 मुख्यमंत्री जी ने माघ मेले के समय स्वच्छ, शुद्ध एवं पर्याप्त मात्रा में जल की उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने के दिए निर्देश


 मुख्यमंत्री जी ने माघ मेला को महाकुम्भ-2025 के रिहर्सल के रूप में आयोजित किए जाने के दिए निर्देश
प्रयागराज 27 दिसम्बर।



माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने बुधवार को प्रयागराज मेला प्राधिकरण स्थित आईसीसीसी सभागार में माघ मेला-2024 के आयोजन एवं महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत की जा रही तैयारियों के सम्बंध में कार्यों की समीक्षा की। मा0 मुख्यमंत्री जी ने माघ मेले के आयोजन के बारे में की गयी तैयारियों की जानकारी ली, जिसपर मेलाधिकारी श्री विजय किरन आनन्द द्वारा प्रजेंटेशन के माध्यम से  मुख्यमंत्री जी को तैयारियों के बारे में जानकारी दी गयी। उन्होंने मेले के प्रमुख स्नान पर्वोंे की तिथियों की जानकारी, क्षेत्रफल, सेक्टरों की संख्या, घाटों की संख्या व लम्बाई, कल्पवासियों की संख्या, प्रमुख स्नान पर्वों पर अनुमानित श्रद्धालुओं की संख्या, भूमि आवंटन, चिकित्सा केन्द्रों, शौचालयों सहित अन्य व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने इस बार माघ मेले में महाकुम्भ-2025 के आयोजन के दृष्टिगत इस बार माघ मेले में जो नए अभिनव प्रयोग किए जा रहे के बारे में भी विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि इस बार वाटर लेजर, थिमेटिक गेट्स, फ्लोटिंग जेटी, ड्रोन मानीटरिंग, सैनिटेशन ब्लाक, सोलर स्ट्रीट लाइट, थिमेटिक लाइट्स सहित अन्य नए प्रयोग माघ मेले में किए जा रहे है।  मुख्यमंत्री जी के द्वारा माघ मेला में पार्किंग व यातायात व्यवस्था के बारे में जानकारी ली गयी। उन्होंने कहा कि पार्किंग स्थल का चिन्हॉकन ऐसे स्थानों पर किया जाये, जो मेला क्षेत्र से दूर न हो, जिससे कि साधु-संतो, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।  मुख्यमंत्री  ने अधिकारियों को बुजुर्ग कल्पवासियों को मेला क्षेत्र तक पहुंचाने की वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए है।

    मुख्यमंत्री ने पीडब्लूडी, सिंचाई, विद्युत, पर्यटन, जल निगम, यातायात सहित अन्य विभागों की समीक्षा करते हुए सभी विभागों को 31 दिसम्बर तक माघ मेले से सम्बंधित सभी कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए है। उन्होंने पीडब्लूडी विभाग को चकर्ड प्लेटों को सुव्यवस्थित ढंग से मेला क्षेत्र में लगाये जाने के निर्देश दिए साथ ही सड़कों के मरम्मत से सम्बंधी कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए है। उन्होंने मैन पॉवर को बढ़ाकर पाण्टुन पुलों के निर्माण सहित अन्य कार्यों को 31 दिसम्बर तक पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री जी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को गंगा जी में पर्याप्त मात्रा में जल की व्यवस्था, जल की शुद्धता, नदियों में सीधे नाले का गंदा पानी किसी भी हाल में न गिरने पाये, यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने पर्यटन विभाग की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रयागराज में आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए किसी ऐसे एप/गुगल या किसी अन्य माध्यम से ऐसा डिजिटलीकरण करें, जिससे कि प्रयागराज में आने वाले पर्यटकों को यहां के पर्यटन स्थल के बारे में जानकारी हो सके और वे वहां पर आसानी से जा सके। मुख्यमंत्री जी ने माघ मेला के आयोजन में स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा है। उन्होंने इसके लिए लोगो को जागरूक करने एवं ग्राम पंचायत, नगर निगम आदि सभी ईकाईयों को मिलकर काम करने के लिए कहा है। उन्होंने प्लास्टिक को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने के लिए कहा है। उन्होंने कौशाम्बी से प्रयागराज को जोड़ने वाले मार्गों पर हरियाली को बढ़ाने के लिए वृक्षारोपण कराये जाने के निर्देश दिए है। यातायात को सुगम व सुरक्षित बनाने के लिए स्पीड ब्रेकर टेबल टॉप के रूप में हो, जिससे कि लोगो को उससे अनावश्यक परेशानी न हो। पब्लिक एडेªस सिस्टम को और अच्छे ढंग से प्रभावी बनाने के लिए कहा है, जिससे स्वच्छता, योजनाओं व सुरक्षा से सम्बंधित जानकारी लोगो को दी जा सके। मुख्यमंत्री ने माघ मेले में नदी के कटान  व मुख्य स्नान स्थलों व घाटों पर स्वच्छता का विशेष ध्यान देने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित करते हुए कहा है कि माघ मेले में आने वाले साधु-संतो, कल्पवासियों को अच्छी से अच्छी सुविधाएं प्राप्त हो , जिससे कि वे यहां से ब उन्होंने माघ मेले में स्वच्छता एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की उच्च कोटि की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के लिए कहा है। उन्होंने पार्किंग एवं टैªफिक की अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा है, जिससे कि प्रमुख स्नान पर्वों पर शहर वासियों एवं मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न होने पाये। प्रमुख स्नान पर्वों पर होल्डिंग एरियां को भी चिन्हित करने के लिए कहा, जिससे कि अत्यधिक भीड़ होने पर भीड़ को सुव्यवस्थित एवं नियंत्रित किया जा सके। मुख्यमंत्री  ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एवं पेयजल तथा शौचालय की भी उच्च कोटि की व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने के लिए कहा है।  मुख्यमंत्री जी ने माघ मेला को महाकुम्भ-2025 के रिहर्सल के रूप में आयोजित किए जाने के लिए कहा है। इस अवसर पर  मंत्री जल शक्ति/प्रभारी मंत्री प्रयागराज  स्वतंत्र देव सिंह,  मंत्री लोक कल्याण विभाग श्री जितिन प्रसाद,  मंत्री औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एन0आर0आई0 एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग  नन्द गोपाल गुप्ता नंदी, सांसद फूलपुर श्रीमती केशरी देवी पटेल, महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी, मा0 जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ0 वी0के0 सिंह, मा0 विधायक शहर उत्तरी  हर्ष वर्धन वाजपेयी,  विधायक करछना  पीयूष रंजन निषाद,  विधायक बारा डॉ0 वाचस्पति, विधायक फाफामऊ  गुरू प्रसाद मौर्या,  विधायक फूलपुर श्री प्रवीण पटेल,  विधान परिषद सदस्य निर्मला पासवान, के0पी0 सिंह, सुरेन्द्र चौधरी सहित अन्य  जनप्रतिनिधिगणों के अलावा अपर मुख्य सचिव  अमृत अभिजात, अपर मुख्य सचिव वेंकटेश्वर लू, प्रमुख सचिव गृह  संजय प्रसाद के साथ-साथ शासन स्तर के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगणों के अलावा एडीजी जोन  भानु भाष्कर, मण्डलायुक्त  विजय विश्वास पंत, पुलिस आयुक्त रमित शर्मा, मेलाधिकारी  विजय किरन आनंद, जिलाधिकारी  नवनीत सिंह चहल सहित अन्य सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।



   मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक के बाद मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज प्रयागराज में मुझे संगम तट पर दर्शन पूजन करने, माघ मेले की तैयारी और 2025 के प्रयागराज कुम्भ यानी महाकुम्भ की तैयारी को देखने का अवसर मिला है। आज मैंने अपने सहयोगी मंत्रियों व जनप्रतिनिधियों के साथ यहां की पूरी व्यवस्था का निरीक्षण किया है। यहां इस बार का माघ मेला कुछ विशिष्ट होगा। खासतौर पर 500 वर्षों के बाद अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को मा0 प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से 22 जनवरी को भव्य आयोजन के साथ होने के कारण यहां प्रयागराज में भी काफी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की सम्भावना है। इसलिए माघ मेले की व्यवस्था का भी निरीक्षण करने के लिए विशेष रूप से मैं यहां आया हूं। इस बार यहां माघ मेले को और विस्तार देने का कार्य हुआ है। पहले की तुलना में इसको और बढ़ाने का कार्य हुआ है। इस बार 6 सेक्टर बनाये गये है। पाण्टुन पुलों की संख्या बढ़ाकर 6 कर दी गयी है। अन्य विभागों के द्वारा भी जो भी अवस्थापना सुविधाएं विकसित हो सकती है, उनकों यहां विकसित करने की कार्यवाही की जा रही है। अब तक हमारा अनुमान है कि लगभग 4 हजार संस्थायें इस पूरे आयोजन में यहां सहभागी बनेगी और इन कार्यक्रमों के साथ जुडे़ेगी। इसके लिए यहां चकर्ड प्लेट बिछाने तथा जलापूर्ति के लिए लगभग 200 किमी0 की पाईप लाइन बिछाने की व्यवस्था की जा रही है। 18 हजार से अधिक एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने व 63 से 65 किमी0 की डैªनेज पाईप बिछाने की कार्रवाई की जा रही है। माघ मेला में आने वाले श्रद्धालुओं व कल्पवासियों के स्वास्थ्य के लिए चिकित्सालय की व्यवस्था की जा रही है और इन पूरी व्यवस्थाओं के साथ-साथ हम लोगो ने स्नान घाट की भी व्यवस्था यहां करने के लिए निर्देश दिए गए है, जिसमें विशेष रूप से 8 हजार वर्ग फीट से अधिक के स्पेशल घाट, माघ मेला की तैयारियों के दृष्टि से तैयार किए जा रहे है। गत वर्ष की तुलना में कल्पवासियों की संख्या बढ़ने की सम्भावना है और उसी को ध्यान में रखकर सारी तैयारियों की जा रही है। इस बार का यह माघ मेला हमारे लिए 2025 महाकुम्भ की तैयारियों का ट्रायल करने का एक अवसर होगा। उसकी प्रारम्भिक भूमिका तैयार करने के लिए और उसी कार्य हेतु पूरी टीम कार्य कर रही है। टैªफिक की व्यवस्था को सुनिश्चित करने का कार्य हो या फिर यहां पार्किंग के स्पेस का, किसी भी श्रद्धालु को व कल्पवासी को यहां पर किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो, इस प्रकार की व्यवस्था व सुविधा देने के निर्देश यहां पर दिए गए है। लगभग 2 माह तक चलने वाले इस आयोजन के लिए पूरा प्रशासन, पूरा शासन लग करके श्रद्धालुओं की सुविधा और यहां पर आने वाले जो कल्पवासी है, साधु-संत है और अन्य जो संस्थायें है, उन सबके साथ बेहतर तालमेल करके इसको भव्य आयोजन के साथ आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे और आज उसी की समीक्षा करने के लिए मैं स्व्यं यहां पर आया हूं। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि प्रयागराज कुम्भ-2025 के पहले बेहतरीन माघ मेले की सुविधा हम श्रद्धालुओं को देकर प्रयागराज को स्वच्छता और भव्य कुम्भ का संदेश देने में सफल होंगे।


मुख्यमंत्री ने माघमेला 2024 एवं महाकुम्भ 2025 के दृष्टिगत कराये जा रहे कार्यों का किया स्थलीय निरीक्षण, दिए आवश्यक दिशा निर्देश


माघमेला 2024 एवं महाकुम्भ 2025 के दृष्टिगत कराये जा रहे कार्यों का मा० मुख्यमंत्री. उ०प्र० श्री योगी आदित्यनाथ ने आज जलशक्ति मंत्री एवं प्रभारी मंत्री प्रयागराज  स्वतंत्रदेव सिंह, मंत्री औद्योगिक विकास  नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी  मंत्री लो०नि०वि० श्री जितिन प्रसाद तथा सभी संबंधित अधिकारियों एवंज न प्रतिनिधियों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया। सर्वप्रथम संगम नोज जाकर सभी सहयोगी मंत्रियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ संगम पूजन किया तथा मां गंगा की अराधना की। तत्पश्चात् पूजास्थल के पास लगे माघ मेले / कुम्भ मेले के लेआउट प्लान का अवलोकन करते हुए मेलाधिकारी कुम्भ मेला श्री विजय किरन आनन्द द्वारा की गयी प्रस्तुतीकरण पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी।

      इसी क्रम में मा० मुख्यमंत्री जी ने सिचाई विभाग द्वारा किला घाट के पास बनाये जा रहे पक्के घाट के निर्माण कार्यों का भी अवलोकन किया तथा संबंधित अधिकारियों द्वारा की गयी प्रस्तुतीकरण को देखा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए सभी कार्यों का निष्पादन गुणवत्तापूर्वक ढंग से करने के निर्देश दिए। तत्पश्चात् अक्षयवट द्वार के पास कराये जा रहे निर्माण कार्यों का भी अवलोकन किया एवं सभी कार्यों के निष्पादन हेतु सेना के अधिकारियों से अपेक्षित समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को सभी निर्माण इस ढंग से करने को कहा जिससे कि भविष्य में भी स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।

      भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री  ने लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर का दर्शन करते हुए वहां पर आरती भी की। उन्होंने लो०नि०वि० द्वारा परेड ग्राउण्ड पर बनायी गयी पान्दून वर्कशाप का भी निरीक्षण किया तथा संबंधित अधिकारियों को इन पान्दूनों का निर्माण समयबद्धता के साथ करने के निर्देश दिए ताकि माघमेले के कार्यों के साथ कुम्भ मेले के भी सभी कार्य अपेक्षित डेडलाइन से पूर्व पूर्ण कराये जा सके। इसी क्रम में पर्यटन विभाग द्वारा होटल त्रिवेणी दर्शन के तट पर बनाये गये उ०प्र० के प्रथम फ्लोटिंग रेस्टोरेंट का भी फीता काटकर उदघाटन किया तथा पर्यटकों हेतु लायी गयी विशेष मोटर बोट को हरी झण्डी दिखाकर उनकी शुरूआत की। उन्होंने फ्लोटिंग रेस्टोरेंट में की गयी व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए सभी संबंधित अधिकारियों एवं मंत्रियों के साथ वहां जलपान किया।

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