साल 2014 और 2019 में लगातार दो जीत हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी साल 2024 में होने वाले चुनाव में भी लगातार तीसरी जीत की तरफ आगे बढ़ रही है
भारत के बिना चीन को नहीं रोक सकता अमेरिका- वॉल स्ट्रीट
भारत एक प्रमुख आर्थिक शक्ति के रूप में उभर रहा है
उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार को मिला शिया मुसलमानों का समर्थन
ईसाई बहुल राज्यों में भाजपा को मिली सफलताएं
अमेरिका के प्रमुख अखबार वाल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी एक एक रिपोर्ट में कहा है, कि बीजेपी दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण पार्टी है, लेकिन इसे काफी कम समझा गया है।
वाल स्ट्रीट जर्नल ने लिखा गया है, कि साल 2014 और 2019 में लगातार दो जीत हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी साल 2024 में होने वाले चुनाव में भी लगातार तीसरी जीत की तरफ आगे बढ़ रही है और भारत एक प्रमुख आर्थिक शक्ति के रूप में उभर रहा है, जिसके अमेरिका और जापान के साथ इंडो-पैसिफिक में प्रमुख शक्ति बन रहा है और ये अमेरिका की रणनीति के लिहाज से अच्छी बात है।वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में कहा गया है, कि बीजेपी का चुनावी प्रभुत्व एक वक्त किनारे में रहे सामाजिक विचारकों और कार्यकर्ताओं के सामाजिक आंदोलन की सफलता को दर्शाता है, जिसमें 'हिन्दू पथ' के जरिए आधुनिकीकरण की दिशा में बढ़ने का नजरिया है।
वाल स्ट्रीट जर्नल में लेखक मीड ने आगे लिखा है, कि "भारत के पूर्वोत्तर में ईसाई बहुल राज्यों में बीजेपी को हालिया समय में उल्लेखनीय राजनीतिक सफलताएँ मिली हैं। करीब 20 करोड़ से ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार को शिया मुसलमानों का मजबूत समर्थन हासिल है"। ओपिनियन पीस में कहा गया है, कि आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने जातिगत भेदभाव से लड़ने के प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वाल स्ट्रीट जर्नल के ओपिनियन पीस में लिखा गया है, कि "ज्यादातर सीमांत बुद्धिजीवियों और धार्मिक उत्साही लोगों के एक समूह से, आरएसएस शायद "दुनिया का सबसे शक्तिशाली नागरिक-समाज संगठन" बन गया है"। आगे लिखा गया है, कि "आरएसएस ने ग्रामीण और शहरी विकास कार्यक्रम चलाए हैं, धार्मिक शिक्षा और पुनरुद्धार के प्रयास किए हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ अपनी मुलाकात को याद करते हुए, मीड लिखते हैं, कि "ऐसा लगता है कि आंदोलन एक चौराहे पर पहुंच गया है। जब मैं योगी आदित्यनाथ से मिला, जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने वाले एक हिंदू साधु हैं, जिन्हें इस आंदोलन का सबसे कट्टरपंथी आवाद माना जाता है और कभी कभी उन्हें 72 साल के हो चुके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराधिकारी माना जाता है, तो उनसे हुई बातचीत में पता चलता है, कि वो राज्य में निवेश लाने और विकास के बारे में बात करते हैं।
उन्होंने लिखा है, कि "भाजपा और आरएसएस के साथ जुड़ने का निमंत्रण ऐसा है, जिसे अमेरिकी अस्वीकार नहीं कर सकते। लेकिन, जैसे-जैसे चीन के साथ तनाव बढ़ रहा है, अमेरिका को आर्थिक और राजनीतिक दोनों भागीदारों के रूप में भारत की जरूरत है"।
पीएम मोदी का डंका तो पूरी दुनिया में बज ही रहा है, अब बीजेपी का झंडा भी दुनिया में बुलंद हो रहा है. बीजेपी को देश-दुनिया में खासी पहचान मिली है. दरअसल, वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बीजेपी को दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण पार्टी करार दिया है.