यूपी ,राजस्थान,बंगाल सहित अन्य राज्यो मे भी हुआ पथराव और आगजनी
मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम के जन्मोत्सव को कल धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान देश भर में भव्य व ऐतिहासिक शोभायात्रा निकाली गई।
जुलूस के दौरान हजारों की संख्या में रामभक्त हाथों में भगवा ध्वज लिए सड़काें से जयकारे लगाते हुए निकल रहे थे।
इस दौरान देश के कई राज्यों में झड़पें भी देखने को मिली. *गुजरात* के वडोदरा में फतेहपुरा इलाके में रामनवमी के जुलूस पर पथराव किया गया.
इसके अलावा *पश्चिम बंगाल* के हावड़ा में भी रामनवमी जुलूस के दौरान पथराव हुआ और वाहनों में आग भी लगाई गई.
*महाराष्ट्र* के छत्रपति संभाजीनगर (पुराना नाम औरंगाबाद) के किराडपुरा इलाके में भी दो समूहों के बीच झड़प हुई और पथराव किया गया. साथ ही कुछ निजी और पुलिस के वाहनों में आग लगा दी गई.
इसके अलावा *उत्तर प्रदेश* के लखनऊ में भी रामनवमी पर हंगामा हुआ है. डीसीपी नॉर्थ लखनऊ कासिम आबिदी ने कहा कि सुमित नाम के एक व्यक्ति के साथ 10-15 लोग डीजे पर कुछ संगीत बजा रहे थे, जिसके बाद लोगों के दो समूहों के बीच बहस छिड़ गई. इस पर एक अन्य समूह की ओर आपत्ति जताई गई जब वह जानकीपुरम थाने के अंतर्गत मडियाओं गांव में एक धार्मिक स्थल से गुजरा. जुलूस की अनुमति नहीं थी. दोनों गुटों को हिरासत में लिया गया. इलाके में शांति कायम है.
दिल्ली पुलिस ने एक समूह के लोगों को रामनवमी महोत्सव के तहत जहांगीरपुरी में ‘श्री राम भगवान प्रतिमा यात्रा’ निकालने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था.
राम नगरी अयोध्या में भगवान राम का जन्मोत्सव कड़ी सुरक्षा के बीच पूरे उत्साह के साथ मनाया गया.
संभाजीनगर से आज सुबह की तस्वीरें आई है. इसमें पुलिसकर्मी हिंसा वाली जगह को साफ करते हुए दिख रहे हैं. फिलहाल शहर में शांति है लेकिन सड़क पर बहुत कम लोगों की आवाजाही देखी जा रही है. बता दें कि महाराष्ट्र की पूर्व की उद्धव ठाकरे सरकार ने औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर रख दिया था.रामनवमी के दिन 30 मार्च को देशभर में कई जगह हिंसा की घटनाएं देखने को मिली. रामनवमी पर गुजरात, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में भारी बवाल हुआ. कई जगह हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुई. देशभर में हिंसा के दौरान 22 लोगों के घायल होने की खबर है।आरोप है कि हावड़ा में रामनवमी पर शोभा यात्रा के दौरान सड़क किनारे बने घरों से पथराव किया गया. आरोप ये भी है कि जिस वक्त उपद्रव हो रहा था पुलिस के जवान वहां मौजूद थे लेकिन शिकायत करने के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया।
मुंबई के मलाड इलाके में भारी हंगामा हुआ. रामनवमी जुलूस के दौरान दो गुट आमने-सामने आ गए. भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस वालों को भीड़ को खदेड़ना पड़ा.