शासन प्रशासन की मौन स्वीकृति से रातभर जेसीबी से तालाब मे होता है अवैध खनन
विकास खण्ड भगवतपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत भीखपुर मेढवारा में इन दिनो गांव के तालाब से मिट्टी निकाल कर बेचने का काम धडल्ले से चल रहा है और जिम्मेदार अपनी आंखें मूंद बैठे हैं। गर्मी के दिनो में तालाब में पानी रहता है तो ग्रामीणो के काम आता है । वहीं जानवरो को भी पानी के लिए इधर उधर भटकना नहीं पड़ता है मगर यहां तालाब को खाली कर दिया गया है ।और जेसीबी मशीन लगाकर मिट्टी निकाली जा रही है। ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ग्राम पंचायत का एक व्यकि जो प्रधान का बहुत ही करीबी है और वह स्वयं को डिप्टी सीएम का भी रिश्तेदार बताकर नियम कानून को ताक पर रखकर तालाब से मिट्टी निकालने के बदले के द्वारा ट्रैक्टर/डम्फर चालकों से प्रति ट्रिप 200 रुपए वसूल रहा है।इस तरह उसने लाखो रूपये की मिट्टी अवैध तरीके से बेचकर धनार्जन किया है। ट्रैक्टर चालक तालाब की मिट्टी को बाजार में अधिक कीमतों में बेच कर अपनी जेब भरने में लगे हैं।
आपको बता दे कि सदर प्रयागराज के भीखपुर मेढ़वारा की प्रधान सोनू मौर्य की मां है और सारा काम काज सोनू ही देखता है और इस समय ग्राम पंचायत मे जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है , इसमे प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी की संलिप्ता नजर आ रही है जो जांच का विषय है । ग्रामीणो की माने तो लगातार रात भर तालाब मे जे सी बी चलाकर मिट्टी खोदकर डम्फर व ट्रैक्टर के द्वारा बेचा जा रहा है ।
जे सी बी से खुदाई कराई जाने से मनरेगा के माध्यम से होने वाले काम को खत्म करा दिया गया। जिससे दूसरी तरफ गरीबो के हक पर डाका डालने का काम किया जा रहा है ।गांव का गरीब मजदूर अब बाहर जाकर मजदूरी करने को मजबूर है।पुलिस को सूचना देने वाले को ही पुलिस परेशान करती है जब ऐसे हालात होगे तो अवैध कारोबार पर रोक कैसे संभव है।जबकि योगी सरकार जोरो टालरेंस की बात करती है और उसके जिम्मेदार भ्रष्टाचार कराने पर अमादा है ।