ब्राह्मण द ग्रेट' के लेखक IAS ऑफिसर नियाज खान ने मुस्लिम समुदाय से गौरक्षक बनने,धर्मांतरण न करने ...की बात कही

'ब्राह्मण द ग्रेट' के लेखक IAS ऑफिसर नियाज खान ने मुस्लिम समुदाय से गौरक्षक बनने,धर्मांतरण न करने ...की बात कही


'ब्राह्मण द ग्रेट' किताब के लेखक   मध्य प्रदेश कैडर के IAS ऑफिसर नियाज खान ने ट्वीट किया है, जिसमें उन्‍होंने मुस्लिमों को गोरक्षक बनने इस्लाम में धर्मांतरण न कराने, शाकाहार अपनाने और ब्राह्मणों से अच्छे रिश्ते बनाने की सलाह दी है।




नियाज खान ने अपने ट्वीट पर लिखा कि ‘मुस्लिम भाई भी गौ रक्षक बनें, धर्म परिवर्तन का विरोध करें, किसी का धर्म ना बदलवाएं। जबरन धर्म बदलवाना इस्लाम में प्रतिबंधित है। अगर शाकाहार अपना सकें तो यह एक बेहतरीन प्रयास होगा। यद्यपि शाकाहारी बनने को बाध्य नहीं किया जा सकता। जबकि हर मुस्लिम भाई ब्राह्मणों से मधुर संबंध रखें’ इस ट्वीट के बाद वह फिर से चर्चा में हैं। इससे पहले उन्होंने ‘ब्राह्मण द ग्रेट’ किताब भी लिखी थी।


*धर्मांतरण के लिए फिल्म इंडस्ट्री को जिम्मेदार बताया है*

अपने बेबाक ट्वीट और लेखनी के कारण चर्चा में रहने वाले मप्र के चर्चित आईएस नियाज खान ने धर्मांतरण को लेकर बॉलीवुड पर हमला बोला है। नियाज खान ने कहा कि धर्मांतरण की शुरुआत बॉलीवुड से हुई है।

जबकि धर्मांतरण को लेकर लगातार इस तरह की बातें सामने आ रही हैं, इस सबके लिए फिल्म इंडस्ट्री जिम्मेदार है जहां पर ज्यादातर दिखाया जाता है कि हिंदू लड़की मुस्लिम लड़के यानि हीरो से शादी करती है। यही बात है बॉलीवुड में सीकर कुछ लोग अपनी जिंदगी में अपनाने लगते हैं और इसीलिए देश का माहौल खराब हो रहा है।’


*गौ रक्षा करना सबके लिए जरूरी*

नियाज खान ने कहा- कि मैंने गौ रक्षा और शाकाहारी बनने की बात की है। जहां तक गौ रक्षा की बात है तो, हिंदू गाय को अपनी मां मानते हैं। इस नाते निरीह पशु का पूरा सम्मान होना चाहिए। इनका जिक्र वेदो तक में किया गया है। मैंने ''ब्राह्मण द ग्रेट'' किताब लिखी। इस किताब में मैंने गाय को बहुत तवज्जो दी है।

नियाज खान ने एक न्यूज से बात करते हुए कहा कि ‘गौ रक्षक करना सबके लिए जरूरी है, इसलिए गौरक्षक बनना चाहिए और शाकाहारी भोजन भी आवश्यक है। इसलिए मैंने शाकाहारी भोजन की अपील की है। 


उन्होंने कहा कि ‘मेरी बातों को मुस्लिम लोग गलत ना समझे, मैं भी एक मुस्लिम हूं और पढ़ा-लिखा मुस्लिम आईएएस ऑफिसर हूं मैं जो कह रहा हूं वह सभी के लिए सोच समझकर कह रहा हूं। खासतौर पर मुस्लिमों के लिए भी अब बदलने और समझने की जरूरत आ चुकी है।’


मुहम्मद साहब और कौटिल्य मेरे जीवन के आइडियल

नियाज खान- मेरे ट्वीट्स की वजह से लोग मान लेते हैं कि मेरा झुकाव हिंदुओं की ओर one-sided है। ऐसा कदापि नहीं है। मोहम्मद साहब और महान ब्राह्मण कौटिल्य मेरे जीवन के बहुत आइडियल हैं। दोनों से मैंने सीखा है। मैं कोई हिंदू नहीं बनने जा रहा हूं। मैं इस्लाम में ही रहूंगा। कदापि, मेरे बारे में लोगों को समझने में मिसअंडरस्टैंडिंग हो रही है।

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