देश भर मे लगातार लुटेरे लेखपाल घूस लेते हुए पकड़े जा रहे है, फिर भी नहीं टूट रहा भ्रष्टाचारियों का जाल
योगी सरकार लगातार जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है लेकिन राजस्व विभाग मे लुटेरे राजस्व कर्मियो का काला सम्राज्य आज भी कायम है आखिर कब चलेगा इन लुटेरे लेखपालो पर बुल्डोजर?
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के लाख दावों के बावजूद न ही भ्रष्टाचार खत्म हो रहा है और न इसमें शामिल अधिकारी और कर्मचारी सुधरने का नाम ले रहे हैं.
केस नं 1 शाहजहांपुर: 22 june 22
वारिसान प्रमाण पत्र के लिए काश्तकार से पांच हजार की रिश्वत लेते भ्रष्टाचार निरोधक टीम ने तहसील सदर के लेखपाल उत्कर्ष वर्मा को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया
पुवायां तहसील निवासी लेखपाल के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है। तहसील सदर के गांव दिलावर देवकली निवासी काश्तकार सुखपाल सिंह यादव की शिकायत पर बरेली की भ्रष्टाचार निरोधक टीम मंगलवार को पूर्वाह्न करीब 11 बजे यहां पहुंची। कलक्ट्रेट से दो गवाह लेने के बाद अपराह्न तहसील पहुंच गई। जहां पीड़ित शिकायतकर्ता सुखपाल ने लेखपाल उत्कर्ष वर्मा को पांच हजार लेने के लिए बुलाया। लेखपाल के रुपये थामते ही टीम ने उसे दबोच लिया। इससे तहसील परिसर में खलबली मच गई। लेखपाल समेत राजस्व कर्मचारी आ गए। लेकिन भ्रष्टाचार का मामला होने के करण चुप रहे।
केश नं 2 /16 sep 22 .शमसाबाद
लेखपाल को रिश्वत देने के लिए किसान को बेचना पड़ा साल भर का गेहूं
Corruption नया बांस शमसाबाद के किसान का मकान सड़क पर बता तोड़ने जेल भिजवाने की दे रहा था धमकी। पहले एक लाख रुपये रिश्वत मांगी फिर 25 हजार में हो गया राजी सदर में एंटी करप्शन टीम ने दबोचा।
भ्रष्टाचारी लेखपाल ने अन्नदाता किसान के मुंह का निवाला छीन लिया। मकान तोड़ने और जेल भिजवाने की धमकी देकर वृद्ध किसान के परिवार को खाने के लिए रखा गेंहू बिकवा रिश्चत लेते लेखपाल को भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन) के अधिकारियों ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। लेखपाल से रिश्चत के 15 हजार रुपये बरामद कर उसके विरुद्ध सदर थाने में प्राथमिकी लिखाई ।
केस नं 3 हमीरपुर /07 Apr 2023
हमीरपुर में तैनात लेखपाल छत्रपाल सिंह को जमीन की पैमाईश और तरमीम कराने के एवज में घूस लेते हुए भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने गिरफ्तार किया था। कोर्ट को बताया गया कि इस मामले की रिपोर्ट भ्रष्टाचार निवारण संगठन के निरीक्षक ने कोतवाली हमीरपुर में पांच अप्रैल को दर्ज कराई थी।
इस मामले में पीड़ित राम बाबू ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी पत्नी के नाम से एक कृषि पट्टा है।जब शिकायतकर्ता अपनी ज़मीन कि पैमाईश कराने के लिए लेखपाल से मिला तो उसने पक्ष में रिपोर्ट लगाने के एवज में पांच हजार रुपये बतौर रिश्वत की मांग की। कहा कि बिना पैसे लिए वह जमीन का पैमाईश कार्य नहीं करेगा। इसके बाद पुलिस टीम ने आरोपी लेखपाल को हमीरपुर सदर तहसील के गेट से पांच हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था।
केस नं 4 बस्ती 27 अप्रैल 2023,
यूपी के बस्ती में महिला लेखपाल को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंग हाथ पकड़ा गया है.
एंटी करप्शन यूनिट ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया. महिला खेलपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गाया है. महिला जमीन के एक मामले में रिश्वत की मांग कर रही थी.दरअसल, मामला सदर तहसील के चौबाह गांव का है. यहां पर जमीन के एक मामले में लेखपाल मोदिता श्रीवास्तव 20 हजार रुपये की रिश्वत मांग रही थी. ग्राम प्रधान के पति ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की थी. शिकायत के बाद एंटी करप्शन टीम सक्रिय हुई और घूसखोर लेखपाल को रंगे हाथों पकड़ने के लिए प्लान बनाया गया.
रिश्वत में जो रकम देनी थी उसमें पाउडर लगाया गया. इसके बाद लेखपाल को बुलाकर रिश्वत के 20 हजार रुपए दिए गए. पैसा देते समय एंटी करप्शन की टीम ने घूसखोर लेखपाल मोदिता को पैसों समेत रंगे हाथ पकड़ लिया.
केस नं लखनऊ/ 5 Nov 4, 2022
एक मामला था राजधानी लखनऊ के सदर तहसील का . जहां पर लेखपाल अनूप शुक्ला व शशांक पटेल का घूस लेते हुए वीडियो वायरल हुआ था. जिसके बाद लखनऊ जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने कार्रवाई करते हुए दोनों लेखपालों को सस्पेंड कर दिया।
केस नं 6 लखनऊ
सदर तहसील में आनंद श्रीवास्तव नाम के लेखपाल के खिलाफ एंटी करप्शन की टीम ने कार्रवाई की थी. पीड़ित की शिकायत पर एंटी करप्शन की टीम ने आनंद श्रीवास्तव को रंगे हाथ ₹10000 घूस लेते हुए पकड़ा था.
केस नं 7 बरेली2 महीने पहले
*किसान से रिपोर्ट लगाने के ली थी रकम, एंटी करप्शन की टीम ने लेखपाल धर्मेंद्र को किया अरेस्ट*
लेखपाल किसान से रिपोर्ट लगाने के नाम पर 25 हजार रुपये की मांग कर रहा था, जहां किसान और लेखपाल में 10 हजार रुपये में सौदा तय हुआ। इधर पीड़ित किसान ने एंटी करप्शन में शिकायत की। जैसे ही किसान ने पैसे दिए, लेखपाल को अरेस्ट कर लिया। जिलाधिकारी ने लेखपाल को निलंबित कर दिया।
केस नं8 संत कबीर नगर 15 March 23
*शहर के एक लेखपाल को एंटी करप्शन टीम ने 50 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया था।*
जमीन की पैमाइश कराने के नाम पर लेखपाल ने रिश्वत की मांग की थी। जिसे ज़मीन नपवानी थी, उसके द्वारा इस मामले की शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई। लेखपाल अश्वनी मिश्र पुत्र कृष्णकान्त को एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार करते हुए उसके खिलाफ मामला दर्ज किया है।
उपरोक्त महज कुछ उदाहरण है लेखपाल को के भ्रष्टाचार के लगभग हर जिले तहसील से इस तरह के मामले लगातार आते रहे ।योगी सरकार को सर्व प्रथम राजस्व विभाग के भ्रष्टाचार पर नकेल कसने की जरूरत है यहा भ्रष्टाचार अपने चरम पर है ।