Dalit killed by Jihadis: हिंदू(दलित) परशुराम भारती को जिहादियो ने उतारा मौत के घाट. भीम-मीम का नारा लगाने वाले मौन

 Dalit killed by Jihadis: हिंदू(दलित) परशुराम भारती को जिहादियो ने उतारा मौत के घाट. भीम-मीम का नारा लगाने वाले मौन


इम्तियाज, शाहजहां खातून, रवीना, सनीजा व गुलाब ने पीट पीट 2 कर मार डाला


तथाकथित बुद्धिजीवियों तथा वोट के सौदागरों द्वारा "जय भीम जय मीम" का नारा बुलंद करने वालो को सून्घ गया सांप


दलित समाज की स्वघोषित ठेकेदार बीएसपी प्रमुख मायावती तथा मुस्लिमों के रहनुमा बनने का दावा करने वाले ओवैसी भी दलित मुस्लिम एकता की बातें करते नहीं थकते हैं.


 लेकिन जय भीम जय मीम तथा दलित मुस्लिम एकता के राजनैतिक नारों की हकीकत क्या है इसकी बानगी उत्तर प्रदेश के देवरीया में देखने को मिली है जहाँ हिंदू(दलित) परशुराम भारती को पीट पीट कर मार डाला गया.


परशुराम का कसूर बस इतना था कि उसने रास्ते में चारपाई, कुर्सी डालकर बैठने और पैर पर थूकने का विरोध किया था.


जानकारी के मुताबिक, नगरौली गांव का निवासी परशुराम भारती एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक था. शनिवार की  रात करीब आठ बजे वे साइकिल से अपने घर लोट रहे थे. रास्ते में इम्तियाज और उसका परिवार चारपाई और कुर्सी लगाकर बैठा था. 


परशुराम ने उनसे रास्ते से हटने के लिए कहा. इसी दौरान इम्तियाज की बेटी ने परशुराम के पैर पर थूक दिया. परशुराम ने इस बात का विरोध किया.


इम्तियाज ने परशुराम के पेट और सिर पर भी धारदार हथियार से हमला किया गया. जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गया. 


जब परशुराम का परिवार उसके बचाव में सामने आया तो इम्तियाज और उसके परिवार ने उन्हें भी पीटा. 


मृतक के पुत्र रविशंकर की तहरीर पर पुलिस ने नगरौली गांव निवासी इम्तियाज उर्फ सिपाही,शाहजहां खातून, रबीना, सानिजा, गुलाब के खिलाफ हत्या के साथ ही विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है. 


वोट के सौदागरों द्वारा "जय भीम जय मीम" का नारा बुलंद किया जा रहा है. कहने को तो ये नारा राजनैतिक है लेकिन इसका मुख्य लक्ष्य हिन्दू समुदाय में विघटन पैदा करना है. 

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