PM Modi became the megastar of G20 summit :विश्व के नेताओं ने भारत के आतिथ्य व सफल शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की

PM Modi became the megastar of G20 summit :विश्व के नेताओं ने भारत के आतिथ्य व  सफल शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की


BHARAT की G-20 अध्यक्षता की थीम 'वसुधैव कुटुंबकम' रही.


दो दिवसीय जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस दौरान पीएम मोदी ने कई देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी कीं


BHARAT : मे पहली बार G-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन राजधानी दिल्ली में हुआ. वसुधैव कुटुम्बकम के जरिए, वन अर्थ-वन फैमिली-वन फ्यूचर वाले विजन के जरिए इसे मेगा शो बनाने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया.


दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उनके निर्णायक नेतृत्व और वैश्विक दक्षिण की आवाज उठाने के लिए सराहना की. विश्व नेताओं ने भी भारत के आतिथ्य की सराहना की और एक सफल शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करने के लिए प्रधान मंत्री मोदी की प्रशंसा की.


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक बैठक में ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि भारत के नेतृत्व में, हमने देखा है कि हम एक साथ आ सकते हैं, ऐसे समय में जब यह वास्तव में मायने रखता है. 

जब आप 'भारत मंडपम' में घूमते हैं और इसमें डिस्पले देखते हैं तो हम पता चलता है कि पीएम मोदी, डिजिटल पहल और टेक्नोलॉजी क्या कर सकते हैं. इसके जरिए हमारे देशों के दूरदराज के कोनों में भी लोगों तक सेवाएं पहुंचाई जा सकती है।


अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा, "मैं अफ्रीकन यूनियन को इस तालिका में लाने के लिए आपकी बुद्धिमत्ता के लिए आपको (मोदी) बधाई देती हूं."


दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने अफ्रीकन यूनियन को जी20 में शामिल कराने में भूमिका के लिए भारत की सराहना की, वहीं नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुटे ने ग्लोबल साउथ को समूह के केंद्र में रखने के लिए भारतीय राष्ट्रपति पद को धन्यवाद दिया.

वहीं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने और "वैश्विक दक्षिण की आवाज उठाने" के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया. जी20 की थीम 'वसुधैव कुटुंबकम' की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह सभी जीवन के मूल्य और बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम करने के महत्व को कायम रखता है.


कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि हम जो हासिल करेंगे उसके लिए लोग हमें याद रखेंगे और प्रधानमंत्री मोदी, आपने हमें 'एक भविष्य' पर चर्चा करने के लिए यहां इकट्ठा किया है, यह बहुत महत्वपूर्ण है. 


मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जुगनौथ ने जी20 में बहुत सफल परिणाम के लिए भारत के नेतृत्व की सराहना की और इस अवसर के लिए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया.


जी20 रात्रिभोज में प्रधान मंत्री मोदी से मुलाकात करने वाली आईएमएफ की प्रथम उप प्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "ऐसे सफल जी20 सम्मेलन की अध्यक्षता करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई. भारत का संदेश 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' सभी प्रतिनिधियों के बीच दृढ़ता से गूंजा है.


शिखर सम्मेलन के बाद पत्रकारों से बात करते हुए वर्ल्ड बैंक के प्रमुख अजय बंगा ने कहा, "मैं भारत और उसके नेतृत्व के साथ-साथ सभी जी20 नेताओं को यह सुनिश्चित करने के लिए बधाई देता हूं कि इतनी शानदार घोषणाएं की गईं.

वहीं ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा ने इस कार्यक्रम के आयोजन में सक्षमता के लिए प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय लोगों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, 

"आज मैं भावुक हो गया, जब मैं प्रिय (महात्मा) गांधी को श्रद्धांजलि देने गया. मेरे राजनीतिक जीवन में गांधी का बहुत महत्व है. अहिंसा एक सिद्धांत है जिसका मैं पालन करता हूं."


शिखर सम्मेलन के दौरान जापानी प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा ने जी 20 का नेतृत्व करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की तो वहीं रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भारत की अध्यक्षता में रखी गई नींव के आधार पर जी 20 सहयोग को मजबूत करने का आह्वान किया. 

तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने प्रधानमंत्री मोदी को उनके आतिथ्य के लिए धन्यवाद दिया और आशा व्यक्त की कि शिखर सम्मेलन इस दुनिया के लिए आशीर्वाद साबित होगा.




G20 Summit 2023: भारत की अध्यक्षता में जी-20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन हुआ. दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडपम (Bharat Mandapam) में 9 और 10 सितंबर को समिट की बैठकें आयोजित की गईं. 

इस समिट में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden), इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों समेत दुनिया भर के बड़े-बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया. 


-20 शिखर सम्मेलन को लेकर देश की राजधानी दिल्ली को दुल्हन की तरह सजाया गया था और सुरक्षा के भी चाक चौबंद रहे. राजधानी के कई इलाकों में लोगों की आवाजाही को भी सीमित किया गया था. 

साथ ही स्कूल और कॉलेज भी बंद रहे. सम्मेलन में शामिल होने आए मेहमानों के स्वागत की जिम्मेदारी केंद्रीय राज्यमंत्रियों को दी गई थी. 


शनिवार (9 सितंबर) को शिखर सम्मेलन की शुरुआत हुई. प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व के शीर्ष नेताओं का सम्मेलन स्थल भारत मंडपम पहुंचने पर स्वागत किया.

 शिखर सम्मेलन का पहला प्रमुख सत्र के शनिवार सुबह 10.30 बजे के बाद शुरू हुआ था. समिट के तीन मुख्य सेशन 'एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य' के विषय पर आधारित रहे. 


पीएम मोदी ने जिस जगह पर विश्व नेताओं का स्वागत किया उसके ठीक पीछे 13वीं शताब्दी की प्रसिद्ध कलाकृति कोणार्क चक्र की प्रतिकृति स्थापित की गई थी. इस चक्र को समय, प्रगति और निरंतर परिवर्तन का प्रतीक माना जाता है. पीएम मोदी के सामने देश का नाम 'भारत' लिखा गया था. 


शनिवार को भारत को तब बड़ी सफलता हासिल हुई जब सदस्य देशों के बीच सहमति के साथ जी-20 नई दिल्ली लीडर्स समिट डिक्लेरेशन को अपनाया गया. 37 पन्नों के नई दिल्ली घोषणापत्र में कहा गया कि हमारे पास बेहतर भविष्य बनाने का अवसर है, ऐसे हालात नहीं बनने चाहिए कि किसी भी देश को गरीबी से लड़ने और ग्रह के लिए लड़ने के बीच चयन करना पड़े. 

डिक्लेरेशन पर सभी सदस्य देशों ने भारत की सराहना की है. इसे पीएम मोदी का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है. 


शिखर सम्मेलन में दुनिया के शीर्ष नेताओं ने जलवायु मोर्चे सहित विश्व के समक्ष मौजूद विभिन्न चुनौतियों से निपटने की तत्काल आवश्यकता होने का आह्वान किया. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि जी-20 नेता वित्तीय संकट के बाद वैश्विक विकास को बहाल करने के लिए 15 साल पहले पहली बार एक साथ आए थे. 

हम अब अत्यधिक चुनौतियों वाले समय में मिल रहे हैं. दुनिया नेतृत्व प्रदान करने के लिए एक बार फिर जी-20 की ओर देख रही है. मेरा मानना है कि हम मिलकर इन चुनौतियों का सामना कर सकते हैं.


पीएम मोदी ने शनिवार को जी-20 नेताओं से 'वैश्विक विश्वास की कमी' को खत्म करने का आग्रह किया. पीएम मोदी ने 18वें जी-20 शिखर सम्मेलन के सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि ये हम सभी के लिए वैश्विक भलाई के लिए एक साथ चलने का समय है. 

कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के बाद दुनिया को विश्वास की कमी की एक नई चुनौती का सामना करना पड़ा और दुर्भाग्य से यूक्रेन युद्ध के कारण यह और बढ़ गई, लेकिन हमें याद रखना चाहिए कि अगर हम कोविड जैसी महामारी को हरा सकते हैं, तो हम इस विश्वास की कमी की चुनौती पर भी जीत हासिल कर सकते हैं. 


अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि ये वास्तव में एक बड़ी बात है. मैं पीएम को धन्यवाद देना चाहता हूं. एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य यही इस जी-20 शिखर सम्मेलन का फोकस है और कई मायनों में, यह भी है इस साझेदारी का फोकस जिसके बारे में हम आज बात कर रहे हैं. टिकाऊ, लचीले बुनियादी ढांचे का निर्माण, गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे में निवेश करना और बेहतर भविष्य का निर्माण करना. 


भारत ने 'ग्लोबल बायोफ्यूल्स एलायंस' की घोषणा की और वैश्विक स्तर पर पेट्रोल में इथेनॉल के सम्मिश्रण को बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक करने की अपील के साथ जी20 देशों से इस पहल में शामिल होने का आग्रह किया. इस गठबंधन की घोषणा प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन से इतर की.


भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे की घोषणा की...

भारत ने अमेरिका और कई प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के साथ शनिवार को एक महत्वाकांक्षी भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे की घोषणा की. 

प्रधानमंत्री मोदी ने कनेक्टिविटी पहल को बढ़ावा देते हुए सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान पर जोर दिया. नए आर्थिक गलियारे को कई लोग चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के विकल्प के रूप में देखते हैं.


इस गलियारे की घोषणा अमेरिका, भारत, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ के नेताओं ने जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर संयुक्त रूप से की. 

देशों ने भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे के निर्माण के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, जिससे एशिया, अरब की खाड़ी और यूरोप के बीच बढ़ी हुई कनेक्टिविटी और आर्थिक एकीकरण के माध्यम से आर्थिक विकास प्रोत्साहित होने की उम्मीद है.

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