Newsclick Journalist Raid:दुश्मन देश के मददगार "NewsClick" के गद्दार; कांग्रेस का हाथ गद्दारो के साथ

Newsclick Journalist Raid:दुश्मन देश के मददगार "NewsClick" के गद्दार; कांग्रेस का हाथ गद्दारो के साथ


चीन से पैसा लेकर भारत में उसका प्रोपेगेंडा चलाता है और भारत का अहित करने वाली सामग्री प्रसारित करता है NewsClick


नई दिल्ली: चीनी फंडिंग से चलने वाले विवादित मीडिया पोर्टल न्यूज़क्लिक (NewsClick) से जुड़े कई पत्रकारों और कर्मचारियों के घरों पर आज सुबह दिल्ली पुलिस ने छापा मारा है।

 न्यूज़क्लिक पर आरोप है कि, वो चीन से पैसा लेकर भारत में उसका प्रोपेगेंडा चलाता है और भारत का अहित करने वाली सामग्री प्रसारित करता है। अब कांग्रेस इस पोर्टल के बचाव में उतर आई है। 


अगस्त में अमेरिकी अखबार ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ में अगस्त 2023 में प्रकाशित एक आर्टिकल में न्यूजक्लिक और चीन के बीच संबंधों के बारे में बड़ा खुलासा किया था। 

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा में भी यह मुद्दा उठाया था। इस दौरान दुबे ने न्यूयार्क टाइम्स की रिपोर्ट दिखाते देते हुए कहा था कि न्यूज क्लिक को चीन से 38 करोड़ रुपए मिले थे,

 जिसे उसने कुछ पत्रकारों में बाँट दिया था। इसके बाद से ही उसके खिलाफ वापस कार्रवाई शुरू हुई थी।


न्यूज़क्लिक के पोर्टल पर आप देखेंगे कि, वो अक्सर प्रोपेगेंडा खबरें चलता था, इसी के बदले में उसे चीन से पैसे मिलते थे, उसके अधिकतर लेख विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस के समर्थन में होते थे, वहीं, केंद्र और राज्यों की भाजपा सरकारें उसके निशाने पर रहती थी। 

दरअसल, चीन भारत में मोदी सरकार के खिलाफ फर्जी खबरें फैलाने और माहौल बनाने के लिए पैसे देता है, ताकि सरकार हटे और उसका (चीन का) काम आसान हो जाए। 

चीन उन देशों में ये खेल नहीं खेलता, जहाँ उसकी समर्थक सरकारें हैं। यही खुलासा ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने अपनी रिपोर्ट में किया था। 


इससे पहले जब  2021 में न्यूज़क्लिक के खिलाफ कार्रवाई हुई थी, तो कांग्रेस नेताओं ने इसे प्रेस पर हमला बताते हुए, उस मीडिया संस्थान का बचाव किया था।  

हालाँकि, अब तक हुई जांचों में काफी सबूत मिल चुके हैं कि, न्यूज़ क्लिक को चीन से पैसे मिल चुके हैं, और वो ये बताने में नाकाम रहा है कि, उसे चीन ने पैसे क्यों दिए थे। 

न्यू यॉर्क टाइम्स का कहना है कि, चीन हर ऐसे देश में जहाँ, उसकी समर्थक सरकार नहीं है, वहां अपना प्रोपेगेंडा चलाने के लिए NGO और मीडिया संस्थानों को फंड करता है और उनके जरिए अपना काम करवाता है, जैसे सरकार के खिलाफ प्रोपेगेंडा करवाना, अपने समर्थन में फर्जी जानकारियां फैलाना आदि।


न्यूजक्लिक’ को मिले पैसों की जाँच करने वाले अधिकारियों ने बताया है है कि नेविल रॉय सिंघम कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CCP) के प्रोपेगेंडा फैलाने वाली शाखा के लिए काम करता है।


दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कड़े आतंकवाद विरोधी कानून, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत 17 अगस्त को दर्ज मामले के आधार पर मंगलवार सुबह दिल्ली और पड़ोसी इलाकों नोएडा और गाजियाबाद में 30 स्थानों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान, पुलिस ने लैपटॉप और मोबाइल फोन सहित इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जब्त किए और हार्ड डिस्क के डेटा डंप लिए। 


न्यूजक्लिक वेबसाइट से जुड़े लोगों UAPA के तहत कार्रवाई हुई है। अभिसार शर्मा, उर्मिलेश, परंजॉय गुहा ठाकुरता के खिलाफ ऐक्शन हुआ है। 

कई मोबाइल, लैपटॉप जब्त हुए हैं। कुछ पत्रकारों को पुलिस अपने साथ ले गई है। सूत्र बता रहे हैं कि कुछ पत्रकारों की गिरफ्तारी हो सकती है। न्यूजक्लिक के 30 ठिकानों पर रेड की गई है।


ये कार्रवाई 17 अगस्त को UAPA और IPC की अन्य धाराओं के तहत दर्ज मामले पर आधारित है। धारा 153A (दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), IPC की धारा 120B (आपराधिक साजिश) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। 

दोपहर 12 बजे के करीब न्यूज़क्लिक के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ को भी दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल कार्यालय लाया गया। न्यूजक्लिक पर आरोप लगे हैं कि संगठन को चीन से फंडिंग मिलती है।


सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि सेंट्रल सिक्योरिटी एजेंसीज की सर्विलांस चल रही थी। ईडी ने दिल्ली पुलिस को काफी इनपुट्स शेयर किए। 

इसके बाद आज यूएपीए की विभिन्न धाराओं और धारा 153ए और 120बी के तहत दर्ज मामले में छापेमारी और जब्ती की कार्रवाई की गई। 

न्यूज क्लिक के स्टाफ को भी सेल अपने साथ लोधी दफ्तर ले गई है। कई सीनियर जर्नलिस्ट सेल के परिसर में बताए जा रहे हैं। 

सूत्रों ने यह भी बताया है कि जांच में सहयोग देने पर कई पत्रकारों को पूछताछ के बाद जाने दिया जाएगा।

 बाद में इन्वेस्टिगेशन में उन्हें शामिल किया जाएगा। हालांकि कुछ को अरेस्ट भी किया जा सकता है।

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