'कांग्रेस(Congress)देश की सबसे भ्रष्ट(corrupt) पार्टी, सिखों की हत्यारी(killer of Sikhs)है; सिखो का 1984 मे नरसंहार कराया..'
युवा सामाजिक कार्यकर्ता जसप्रीत कौर का इंदिरा प्रियदर्शनी पुरस्कार लेने से इंकार
इंदिरा प्रियदर्शनी पुरस्कार भारतीय युवा कांग्रेस द्वारा उन युवाओं को दिया जाता है जिन्होंने सामाजिक कार्य, शिक्षा, कला, संस्कृति और खेल जैसे विभिन्न क्षेत्रों में समाज में योगदान दिया है। यह पुरस्कार 1995 में शुरू किया गया था और यह प्रतिवर्ष दिया जाता है
युवा सामाजिक कार्यकर्ता जसप्रीत कौर ने कांग्रेस पार्टी की युवा शाखा भारतीय युवा कांग्रेस (IYC) द्वारा दिया जाने वाला इंदिरा प्रियदर्शनी पुरस्कार लेने से साफ इनकार कर दिया।
उन्होने यह कहते हुए इन्कार कर दिया कि "मैं इंदिरा प्रियदर्शनी पुरस्कार लेने से इनकार करती हूं क्योंकि यह भारतीय युवा कांग्रेस से है, जो सबसे भ्रष्ट पार्टी है और निश्चित रूप से जो सिख नरसंहार के लिए जिम्मेदार है।"
जसप्रीत ने कांग्रेस को सबसे भ्रष्ट पार्टी बताते हुए ये पुरस्कार लेने से साफ इंकार कर दिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि, ''मुझे पता है कि कांग्रेस पार्टी ने 1984 में जिस तरह से सिखों का नरसंहार किया था, उसे देखते हुए अगर मैंने उस पार्टी से यह पुरस्कार स्वीकार किया होता, तो यह मेरे पूरे सिख समुदाय के लिए एक अपमानजनक कृत्य होता। मैं किसी भी कीमत पर कांग्रेस से कुछ भी नहीं लेना चाहती।''
इस अवॉर्ड को ठुकराते हुए जसप्रीत कौर ने कांग्रेस को सबसे भ्रष्ट पार्टी बताया है और 1984 के सिख नरसंहार के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया है।
बता दें कि, जसप्रीत कौर, पत्रकारिता और जनसंचार में स्नातक हैं। वह फ्रेंच भाषा भी सिखाती हैं। वह 'तेजस फॉर चेंज फाउंडेशन' की प्रमुख हैं। इसकी स्थापना दिसंबर 2022 में दिल्ली में हुई थी और अप्रैल 2023 में इसका जमीनी संचालन शुरू हुआ। यह NGO विकलांग बच्चों और वंचित युवाओं के लिए खेल में उनकी भागीदारी बढ़ाने और उनकी शिक्षा का समर्थन करने के लिए विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से काम करता है।