कांग्रेस का महापाप!मेजर उपाध्याय की दर्द भरी कहानी मालेगाँव बम धमाके का सच!

कांग्रेस का महापाप!मेजर उपाध्याय की दर्द भरी कहानी मालेगाँव बम धमाके का सच!


कांग्रेस सरकार का काला सच! सनातन धर्म को खत्म करने की साजिश ,साधु-संत और जवानो को आतंकवादी घोषित करने का षडयंत्र


मालेगाँव बम धमाका मामले में मुकदमे का सामना करने वाले मेजर रमेश उपाध्याय ने कहा है कि उन्हें कॉन्ग्रेस की अगुवाई वाली UPA सरकार ने फँसाया था।

उन्होंने कोर्ट को बताया है कि ATS ने 24 अक्टूबर, 2008 को उन्हें उनके घर से ATS ने उठा लिया था। उन्होंने बताया कि उनके घर की तलाशी भी ली गई थी लेकिन वहाँ कुछ नहीं मिला। 

उन्होंने आरोप लगाया कि ATS मुंबई ने उन्हें उठाने के बाद बुरी तरीके से मारा, उनको यातनाएँ दी और उन पर दबाव डाला कि वह मालेगाँव धमाका मामले में जबरदस्ती गुनाह कबूल करें। 

मेजर उपाध्याय ने ATS द्वारा दी गई प्रताड़ना को लेकर बताया, “मुंबई ATS की अवैध हिरासत में मुझे ना केवल शारीरिक यातना दी गई और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया, बल्कि मेरे मकान मालिक को धमकी देकर मुझ पर मनोवैज्ञानिक दबाव भी डाला गया। 

उससे कहा गया कि वह आतंकवादी को शरण क्यों दे रहा है। इसके बाद मेरे परिवार और सामान को सड़क पर फेंक दिया गया।” 


मेजर उपाध्याय ने बताया, ” मुझे धमकी दी गई कि मेरी पत्नी को नंगा कर घुमाया जाएगा, मेरी बेटी के साथ बलात्कार किया जाएगा, बेटे का जबड़ा तोड़ दिया जाएगा।

 इसके बाद उन लोगों ने इस धमकी को अंजाम देने के लिए मेरी विवाहित बेटियों के घरों पर छापा मारना चालू कर दिया। इससे उन्हें और उनके ससुराल वालों को अपमानित किया गया। मुझ पर लगातार उस अपराध को कबूल करने के लिए मनोवैज्ञानिक दबाव डालना जो मैंने नहीं किया था।” 

मालेगाँव मामले में सच्चाई बाहर लाने के लिए ATS ने मेजर उपाध्याय का पॉलीग्राफ और नारको टेस्ट भी करवाया गया था। मेजर उपाध्याय ने आरोप लगाया कि जब इन टेस्ट में उन्हें क्लीन चिट मिल गई तो इसकी रिपोर्ट ATS ने दबा दी और कोर्ट के सामने प्रस्तुत नहीं की।

 मेजर उपाध्याय ने बताया कि उन्होंने बाद में यह रिपोर्ट कोर्ट के सामने रखीं। 

मेजर उपाध्याय ने कहा है कि NIA चार्जशीट के कारण उन्हें काफी राहत मिली थी। उन्होंने कहा है कि उनके खिलाफ पेश किए गए सारे सबूत फर्जी हैं।

 उन्होंने आरोप लगाया है कि यह सारे फर्जी सबूत ATS ने बनाए थे ताकि उनके राजनीतिक मास्टरों के हित साधे जा सकें। उन्होंने कोर्ट से अपील की है कि उन लोगों के खिलाफ एक्शन लिया जाए जिन्होंने उन्हें प्रताड़ित किया। 

जिस मालेगाँव धमाका मामले में मेजर उपाध्याय और कर्नल पुरोहित समेत कई हिन्दुओं को आरोपित बनाया गया था वह 29 सितम्बर, 2008 को महाराष्ट्र के मालेगाँव में हुआ था।

 इसमें 6 लोगों की मौत हुई थी और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे। इस धमाके के बाद कॉन्ग्रेस नेताओं ने हिन्दू आतंकवाद की थ्योरी को हवा देना चालू किया था।

 इस मामले में साध्वी प्रज्ञा को भी आरोपित बनाया गया था और टॉर्चर किया गया था लेकिन उन्हें बाद में क्लीनचिट मिल गई थी।

मालेगाँव धमाका में मुकदमे का सामना करने वाले कर्नल पुरोहित ने भी ऐसे ही आरोप ATS पर लगाए थे। उन्होंने हाल ही में कोर्ट को दिए गए एक बयान में बताया था कि उनको लगातार इस बात के लिए मारापीटा जाता था कि वह RSS-VHP नेताओं का नाम लें।

 उन पर तत्कालीन भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ को भी इस मामले में फँसाने का दबाव भी डाला गया था। उनके साथ भी ATS ने बर्बरता की थी और उनका घुटना तोड़ दिया था। 


कांग्रेस का महा पाप ही है जो काग्रेस का नामोनिशान मिट जायेगा।कांग्रेस ने जिस तरह सनातन धर्म और सेना के जवानो किसानो साधु-संतो पर अत्याचार किये है अब उसी का परिणाम स्वरूप भारत कांग्रेस मुक्त होने जा रहा है

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