Bel Patra Benefits :शिवलिंग पर चढे बेलपत्र को खाने से कैसे बीमारिया हो जाती है छूमंतर;कैसे बन जाते है धनकुबेर!सब जाने रहस्य..!

 Bel Patra Benefits :शिवलिंग पर चढे बेलपत्र को खाने से कैसे बीमारिया हो जाती है छूमंतर;कैसे बन जाते है धनकुबेर!सब जाने रहस्य..!


धार्मिक महत्व के अलावा बेलपत्र सेहत के लिए भी बहुत होता है फायदेमंद..!


बेलपत्र मनोकामना पूर्ण कराने के साथ ही सेहत के लिए भी बहुत ही फायदेमंद (Bel Patra Benefits) होता है. भगवान शिव जी का बहुत ही प्रिय माने जाने वाले बेलपत्र को मनोकामना की पूर्ति के लिए जलाभिषेक के साथ शिवलिंग पर चढ़ाया जाता है. यह औषधीय गुणों से भी भरपूर होता है. 

बेलपत्र के सेवन (Bel Patra Ke Fayde) से शरीर में होने वाली कई बीमारियों की छुट्टी हो जाती है. इसके साथ ही शरीर लंबे समय तक स्वस्थ रहता है. 

आइए जानते हैं बेलपत्र के पत्ते खाने के फायदे और तरीके...  


धार्मिक महत्व के अलावा बेलपत्र सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है. ये कैल्शियम और फाइबर के साथ-साथ विटामिन A, C, B1 और B6 जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. बहुत से लोग यह नहीं जानते हैं कि बेल के पत्ते कई

 स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मददगार हैं. रोजाना इसका सेवन करने से पेट से जुड़ी दिक्कतों से राहत मिलती है. इसके अलावा, ये दिल के स्वास्थ्य और लीवर को भी बेहतर बनाने का काम करते हैं. 


बेलपत्र या बेल के पत्तों का भारत में खास महत्व है. क्योंकि इन्हें भगवान शिव को चढ़ाया जाता है. धार्मिक महत्व के अलावा बेलपत्र सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है.

वैसे तो बेलपत्र का सेवन दिन में किसी भी वक्त किया जा सकता है. हालांकि इसका खाली पेट सेवन करना ज्यादा फायदेमंद होता है.

 क्योंकि इससे आपको कई अनगिनत स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि शरीर इसमें मौजूद पोषक तत्वों को आसानी से अब्जॉर्ब कर लेता है. आइए जानते हैं कि सुबह खाली पेट बेलपत्र खाना कितना फायदेमंद है और ये शरीर की किन-किन दिक्कतों को दूर कर सकता है.


कैसे करें बेलपत्र का सेवन?

1. बेल पत्र को काढ़े के रूप में सुबह खाली पेट पी सकते हैं. इसके लिए आपको बेल के पत्तों को पानी में उबालना होगा और फिर इसे छानकर पी लेना होगा.


2. बेलपत्र को सीधे चबाकर भी खाया जा सकता है.


3. बेलपत्र का सेवन शहद में मिलाकर भी किया जा सकता है.

बेलपत्र खाने के फायदे 


1. इम्यूनिटी: हेल्दी रहने के लिए शरीर की इम्यूनिटी का मजबूत होना बहुत जरूरी है. अगर आप बार-बार बीमार पड़ते रहते हैं तो आपको रोजाना सुबह खाली पेट बेलपत्र का सेवन जरूर करना चाहिए. 

बेलपत्र में विटामिन C मौजूद होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को मजबूत बनाने का काम करता है. रोजाना खाली पेट बेलपत्र खाने से सर्दी और खांसी से भी राहत मिलेगी. साथ ही बार-बार बीमार पड़ने की समस्या भी दूर होगी. 


ब्लड शुगर लेवल: बेलपत्र डायबिटीज के मरीजों के लिए भी काफी फायदेमंद है. डायबिटीज के मरीज रोजाना सुबह खाली पेट बेलपत्र का सेवन कर सकते हैं.

 बेलपत्र में मौजूद फाइबर और बाकी जरूरी पोषक तत्व ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मददगार हैं.बेलपत्र खाना डायबिटीज पेशेंट्स (Diabetes Patients) के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है.

 यह ब्लड शुगर को कम करने के साथ ही डायबिटीज को कंट्रोल करता है. इसके सेवन के लिए बेल की पत्तियों को पीसकर उसका रस निकाल लें. अब इस रस को दिन में दो से तीन बार पी लें. 

बुखार में भी होता है लाभदायक

बुखार होने पर भी बेलपत्र का पानी उबालकर पीने से शरीर का तापमान कम हो जाता है. बेलपत्तों के सेवन से शरीर का दर्द भी गायब हो जाता है. 

इसका सेवन काढ़ा बनाकर भी किया जा सकता है. इसके लिए बेल की 3 से 4 पत्तियों को पानी में उबाल लें. पानी का रंग बदलने के बाद इसे गुनगुना होने के बाद पिएं. 


शरीर को रखता है ठंडा: रोज सुबह बेलपत्र खाने से शरीर को ठंडा रखने में मदद मिलती है. दरअसल बेलपत्र की तासीर ठंडी होती है.

 यही वजह है कि अगर आप बेलपत्र का सेवन करेंगे तो आपका शरीर पूरे दिन के लिए ठंडा रहेगा. गर्मियों के मौसम में बेलपत्र का सेवन करना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है. 

क्योंकि इससे आपको चिलचिलाती गर्मी से काफी राहत मिलेगी. मुंह में छाले हो जाने की समस्या को भी यह दूर करता है. इसके लिए आपको बेलपत्र को चबाकर खाना है. 

खून को करता है साफ

बेलपत्र खून को साफ करता है. इसके सेवन के लिए बेलपत्र का रस निकालकर गुनगुने पानी में मिला लें. इसमें थोड़ा सा शहर मिलाकर पी लें. इस से शरीर हेल्दी रहता है. यह बहुत ही फायदेमंद होता है. 

सूजन को भी कम करता है बेलपत्र 

बेलपत्र खाने से शरीर में किन्हीं भी कारणों से आने वाली सूजन खत्म हो जाती है. इसके पत्तों को चबाने से भी फायदा होता है. इसके साथ ही चूर्ण बनाकर भी सेवन किया जा सकता है.


दिल के स्वास्थ्य में सुधार: बेलपत्र दिल को हेल्दी रखने में भी मददगार है. अगर आप रोजाना सुबह खाली पेट इसका सेवन करेंगे तो ये दिल के स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है.

 बेलपत्र में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो दिल को खतरनाक बीमारियों से बचाने का काम करते हैं. बेलपत्र खाने से दिल हेल्दी रहता है.

 हार्ट अटैक और हाई ब्लड प्रेशर का खतरा भी कम रहता है. 

अगर बेलपत्र को रोजाना सुबह खाली पेट खाया जाए, तो दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है.


पेट से जुड़ी दिक्कतों से छुटकारा: बेलपत्र में फाइबर ज्यादा होता है. यही वजह है कि इसे पेट के लिए फायदेमंद माना जाता है. अगर आपको पेट से जुड़ी समस्याएं है तो आप रोज सुबह खाली पेट बेलपत्र खा सकते हैं. 

रोजाना बेलपत्र का सेवन करने से एसिडिटी, गैस और इनडाइजेशन की समस्या से छुटकारा मिलेगा. साथ ही साथ कब्ज की दिक्कत भी दूर होगी.

 जिन लोगों को बवासीर है, उनके लिए खाली पेट बेलपत्र खाना फायदेमंद साबित हो सकता है. बेलपत्र डाइजेशन सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करता है. इससे पेट की सभी समस्याएं दूर हो सकती हैं.


हेल्थ एक्सपर्ट रोजाना भोजन में बेल के पत्तों को शामिल करने की सलाह देते हैं. इसका खाली पेट सेवन करना स्वास्थ्य के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है.



सीहोर वाले पं.प्रदीप मिश्रा जी महाराज ने साधारण उपाय बताते हुए कहा है कि शिवलिंग पर रखा बेलपत्र खाएं, इससे मन में आत्मविश्वास जागेगा और समस्या का निवारण होने लगेगा।

 श्रद्धालुओं के भेजे गए पत्र को पढ़कर भी सुनाया, जिसमें एक पुलिस वाले ने लिखा था कि उसकी बच्ची बोल नहीं पाती थी।

 पत्नी, प्रतिदिन एक लोटा जल अर्पित करती और बेलपत्र पीसकर बच्ची को खिलाती थी, इससे कुछ ही दिनों में बच्ची बोलने लगी।


शिव जी के प्रिय बेलपत्र के ब‍िना सावन के सोमवार की पूजा अधूरी मानी जाती है। हिन्दू धर्म में बेलपत्र को एक पवित्र पौधा माना जाता हैं, इसे बिल्‍व पत्र या बेल के पत्तों के नाम से भी जाना जाता है।



बेलपत्र को बिल्वपत्र भी कहा जाता है। इसे शिव जी पर चढ़ाने से पहले इस चीज का ध्यान रखना चाहिए, कि यह कहीं से कटा-फटा नहीं होना चाहिए। 

इसके साथ ही शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करने से पहले इसे अच्छी तरह साफ कर लेना चाहिए।

बेलपत्र को शिव जी को अर्पित करते समय इस बात का ध्यान रखें कि पत्ते की चिकनी वाली सतह शिवलिंग के ऊपर रहे। साथ ही बेलपत्र हमेशा 1, 3 या 5 पत्ते वाला होना चाहिए। 

हिंदू मान्यताओं के अनुसार, बेलपत्र में जितने अधिक पत्ते होंगे, आपको उतना ही जल्दी उसका शुभ परिणाम भी मिलेगा।

 बेलपत्र को हमेशा अनामिका, अंगूठे और मध्यमा अंगुली की सहायता से अर्पित करना चाहिए।

मान्यताओं के अनुसार बेलपत्र कभी भी बासी नहीं होता। ऐसी स्थिति में यदि आपके पास बेलपत्र नहीं है तो आप शिवलिंग पर चढ़े हुए बेलपत्र को लेकर इसे साफ करके पुनः शिवलिंग पर अर्पित कर सकते हैं।



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