प्रयागराज:ब्लाॅक भगवतपुर के स्वयं सहायता समूह में 6 लाख रुपये का घोटाला

प्रयागराज:ब्लाॅक भगवतपुर के स्वयं सहायता समूह में 6 लाख रुपये का घोटाला!


समूह की पीड़ित दलित महिला सदस्यो ने की शिकायत, ब्लाॅक से जिले तक जिम्मेदार मौन!


हाइलाइट्स..!

*भगवतपुर ब्लाक के कादिलपुर ग्राम की स्वयं सहायता समूह में 6 लाख,52 हजार रुपये का फ्रॉड!


*महिला समूह की सदस्यो ने किया शिकायत!


*कर्मचारियों के साथ बैंक कर्मियों पर भी उठ रहे सवाल!


प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण योजना स्वयं सहायता समूह मे प्रयागराज विकास खंड भगवतपुर में भृष्टाचार का का मामला उजागर हुआ है। 


यहां महिला स्वयं सहायता समूह में 6 लाख रुपये की रकम में हेराफेरी कर धोखाधड़ी की गई है।समूह की महिला सदस्यो की शिकायत के बाद अभी तक  मामले की जांच कराई नही कराई जा सकी। इसमें दोषी पाए जाने पर विकास खंड अधिकारी के द्वारा ब्लाॅक मिशन प्रबंधक और समूह की अध्यक्ष महिला के खिलाफ सरकारी धन का दुरुपयोग कर धोखाधड़ी के तहत मामला तक दर्ज किया जाना चाहिए था लेकिन अभी तक सब ठंडे बस्ते मे डाल दिया गया है।


इस घोटाले की शिकायत समूह की महिला सदस्यो ने विकासखंड भगवतपुर से लेकर जनपद तक में किया लेकिन अभी तक दोषी समूह की महिला अध्यक्ष तथा अन्य जो  भी इस भ्रष्टाचार मे संलिप्त है उनके खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं कराई जा सकी है, और ना ही सरकारी धन की रिकवरी के लिए ही कोई कार्य किया गया। ना ही दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई ।बल्कि उल्टे ही  शिकायत करने वाली समूह की  दलित पीड़ित महिलाओं को ही डाटा-फटकारा और गाली गलौज करके जेल आदि भेजने की धमकी जिम्मेदारों के द्वारा दी जाती रही है ।


जहां एक ओर देश के प्रधानमंत्री गांव समाज के महिलाओं के उत्थान के लिए स्वयं समूह स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं का उत्थान करने की योजना पर काम कर रही है ।वहीं कुछ भ्रष्टाचारियों की वजह से महिलाएं आगे नहीं बढ़ पा रही और समूह घोटालेबाजों की घोटाले की भेंट चढ़ जा रहे हैं।


हम आपको पूरा घटनाक्रम बताते हैं यह मामला प्रयागराज जनपद की विकासखंड भगवतपुर के न्याय पंचायत कादिलपुर तालुका बिसौना का है जहां एक स्वयं सहायता समूह का संचालन किया जा रहा है ।जिसकी अध्यक्ष गुलशन देवी,कोषाध्यक्ष मोनी देवी तथा अन्य कई महिला सदस्य सम्मिलित है । जिसमें कोषाध्यक्ष मोनी देवी तथा अन्य सदस्य महिलाओं ने राष्ट्रीय समाचार पत्र रूद्र धारा /आर डी न्यूज़ के प्रधान संपादक से कार्यालय में मिलकर अपनी पीड़ा बताते हुए सारी जानकारी और घटनाक्रम का विवरण दिया ।


जिसमें उन्होंने ब्लॉक स्तर में जो शिकायत की थी, उस शिकायत की प्रति तथा जो जनपद स्तर पर शिकायत की गई उस शिकायत की प्रति तथा अपना बयान वीडियो के माध्यम से दर्ज कराया। स्वयं सहायता समूह की पीड़ित दलित महिलाओं मोनी देवी आदि का कहना है कि वह लगातार ब्लॉक के चक्कर लगा रही है। शिकायती पत्र दे रही हैं ,लेकिन उस पर  विकास खंड भगवतपुर के कर्मचारियों के द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई ।यही नहीं उल्टे वहां के कर्मचारियों के द्वारा स्वयं सहायता समूह की पीड़ित दलित महिलाओं को गाली- गलौज करते हुए अपमानित करके डांट फटकार कर जेल भेजने आदि की धमकी देकर डरा-धमकाकर खदेड़ने का लगातार काम किया जाता रहा तथा भ्रष्टाचारियो के खिलाफ किसी तरह की ना जांच हुई और ना ही कोई कार्रवाई की गई।


 इसके पश्चात ब्लॉक से निराश होकर समूह की पीड़ित मोनी आदि महिलाओं ने जनपद स्तर के अधिकारियों से भ्रष्टाचार के इस मामले में जिसमें ₹6 लाख रुपए फैक्ट्री के लिए आए थे उसमें घोटाले तथा उसके पश्चात ₹52 हजार की धोखाधड़ी सहित सभी मामले की लिखित शिकायत की। जिसके पश्चात समूह की महिलाओं को उपयुक्त (स्वत रोजगार) कार्यालय जिले पर बुलाया गया लेकिन अभी तक न हीं समूह के अध्यक्ष गुलशन देवी और न ही संबंधित संलिप्त कर्मचारी के खिलाफ किसी तरह की ना जांच की गई ना ही उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की गई ,ना ही धोखाधड़ी करके सरकारी धन को गबन वालों के खिलाफ रिकवरी आदि का कोई कार्य किया गया । इस मामले पर ब्लॉक से लेकर जिले तक सभी जिम्मेदारों ने मौन धारण कर रखा है।


स्वयं सहायता समूह के ऐसे ही घोटाले के मामले में "बदायूं " में की जा चुकी है बड़ी करवाई!


ऐसा ही एक मामला स्वयं सहायता समूह बदायूं में भृष्टाचार का का उजागर हुआ। यहां महिला स्वयं सहायता समूह में 33 लाख 48 हजार 536 रुपये की रकम में हेराफेरी कर धोखाधड़ी की गई । जिला पंचायत सदस्य की शिकायत के बाद मामले की जांच कराई गई। इसमें दोषी पाए जाने पर विकास खंड अधिकारी ने ब्लाॅक मिशन प्रबंधक और एक अन्य महिला के खिलाफ सरकारी धन का दुरुपयोग कर धोखाधड़ी के तहत मामला दर्ज कराया।जिसमे खंड विकास अधिकारी डाॅ. मनीष सिंह वर्मा विकास खंड म्यांऊ द्वारा कोतवाली अलापुर में दर्ज एफआईआर कराई ।शिकायत के बाद डीएम बदायूं निधि श्रीवास्तव ने पूरे प्रकरण की जांच के निर्देश दिए। मामले की जांच परियोजना निदेशक बदायूं ने विभिन्न बिंदुवार की।पता चला कि सुनीता देवी अध्यक्ष और पिंकी मलिक ब्लाॅक मिशन प्रबंधक म्यांऊ ने 33 लाख 48 हजार 536 रूपये दुरुपयोग कर गबन किया गया है। डीएम स्तर से कराई गई जांच में दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ अलापुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया। साथ ही दुरुपयोग की गई शासकीय धनराशि की वसूली के भी निर्देश दिए है।


हालांकि बड़ा सवाल यह है कि इतनी बड़ी रकम  बैंक से निकल गई वो भी बैंककर्मियों की बिना मिलीभगत के चलते। कुल मिलाकर सवालों के कटघरे में बैंककर्मी भी नजर आ रहे है, जिसकी व्यापक चर्चा है।



"समूह की पीड़ित दलित महिलाओ की आवाज बुलंद करने पर संपादक को ब्लॉक ने भेज दिया नोटिस"


समूह की पीड़ित दलित महिलाओ के समर्थन मे भ्रष्टाचार के विरोध पर आई जी आर एस ( IGRS ) करने व खबर चलाने पर राष्ट्रीय समाचार पत्र रुद्र धारा/RDNEWS के प्रधान संपादक व स्वामी को विकासखंड भगवतपुर ने एक धमकी भरी नोटिस जारी कर दिया ।


अब सबसे अधिक हास्यापद और दुखद विषय क्या है। क्या दलित ,पीड़ित ,शोषित ,वंचित की आवाज बनना और भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाना एक पत्रकार और संपादक के लिए गुनाह हो जाएगा जबकि उसका कर्तव्य ही यही है कि वह समाज में हो रहे गलत कार्यों भ्रष्टाचार अन्याय के विरुद्ध दबे-कुचले, पीड़ित ,वंचित, दलित-पिछड़े और महिलाओ की आवाज बने और शासन प्रशासन के समक्ष उस मामले को लाकर उसमें न्याय कराने की कोशिश करें। यह एक पत्रकार का उत्तरदायित्व होता है कि अपने समाज की आवाज बने ।अब जब ब्लॉक और वहां बैठने वाले जिम्मेदारों किया स्वत ही जिम्मेदारी बनती थी कि जिस तरह से लगातार दलित वर्ग की पीड़ित समूह की महिलाएं ब्लॉक की लगातार चक्कर लगा रही थी, शिकायत कर रही थी कि यहां भ्रष्टाचार हो रहा है, यहां धोखाधड़ी हो रही है। कृपया संज्ञान ले इसकी जांच करें दोषियों पर कार्रवाई करें। उस पर जांच ना करके कार्रवाई न करके उल्टे ही आप पीड़ितों को धमकाते रहे अपमानित करते रहे और जब उन समूह की  दलित पीड़ित और भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाने वाली अपने हक की आवाज उठाने वाली महिलाओं के साथ एक पत्रकार एक संपादक खड़ा होता है तो आप उसकी भी आवाज दबाने के लिए उसको कारण बताओं नोटिस के जारिए  धमकाने का प्रयास करते हैं । जो दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है।

बहरहाल इस धमकी भरे नोटिस तथा भ्रष्टाचार के प्रकरण को समाचार पत्र "रूद्र धारा" के प्रधान संपादक/स्वामी ने भारतीय प्रेस परिषद(PCI) , देश के प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री (उ प्र),मुख्य न्यायाधीश (CJI)सहित मंडल व जनपद के अधिकारीगण को पत्र लिखा है ।



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