माफियाराज मे अतीक-अशरफ ने किसी की हत्या,किसी का अपहरण तो किसी को बीच सड़क पर मार-मार के तोड़ दिए हाथ-पैर

 माफियाराज मे अतीक-अशरफ ने किसी की हत्या,किसी का अपहरण तो किसी को बीच सड़क पर मार-मार के तोड़ दिए हाथ-पैर


माफिया अतीक अहमद के सताए गए लोगों की फेहरिस्त बहुत लंबी है. अतीक की हत्या के बाद से उसके आतंक से सताए लोगों की कहानियां लगातार बाहर आ रही हैं. अतीक ने किसी का अपहरण कराया, किसी के घरवालों की हत्या कराई, किसी के बेटे को धमकी दी और किसी के परिवार को बर्बाद कर दिया.


*अशरफ ने जब बीच सड़क हाथ-पैर तोड़ दिए*

प्रयागराज के लोग आज भी 10 साल पुरानी घटना को याद करके सिहर उठते हैं. पूरा मामला ये है कि अतीक ने अपने ही गुर्गे के एक रिश्तेदार अशरफ को एक अपना काम सौंपा था. कोई वजह रही होगी, अशरफ ने उस काम को करने से मना कर दिया. फिर क्या था अतीक और अशरफ आग-बबूला हो गए. अतीक के भाई अशरफ ने इस अशरफ (पीड़ित) की प्रयागराज के चौराहे पर बेरहमी से पिटाई कर दी. अशरफ ने उसे हाथ-पैर तोड़ दिए.


*पांच करोड़ की रंगदारी दो नही जान से हाथ धोओगे*

अतीक का बेटा अली भी पिता के नक्शे कदम पर चल रहा था. जीशान नामक शख्स ने अली और उसके गुर्गों के खिलाफ पांच करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था. जीशान के मुताबिक, अतीक अहमद का लड़का अली अपने गुर्गों के साथ उसके घर आया और कनपटी पर पिस्टल लगाकर पांच करोड़ की रंगदारी मांगी. हालांकि, जब उसने रंगदारी देने से मना कर दिया तो अली ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी. इस दौरान उसने दहशत फैलाने के इरादे से कई राउंड फायरिंग भी की.


*पुष्पा सिंह का मकान कर लिया गया था जबरन कब्जा*

प्रयागराज की पुष्पा सिंह का  प्रयागराज में एक घर था. वह कसारी-मसारी इलाके में अपने पति के साथ रहती थीं. पुष्पा सिंह के मुताबिक, पति नौकरी करते थे, लेकिन एक दिन पता चला कि उनका ट्रांसफर ऑर्डर आया है. इस वजह से उन्हें प्रयागराज छोड़कर कानपुर जाना पड़ा. उन्होंने घर में ताला मार रखा था. लेकिन, जब एक दिन वह कानपुर से वापस लौटे तो देखा कि अतीक के गुर्गों ने उनकी जमीन पर कब्जा जमा लिया है. घर को भी तोड़ दिया है.


*सूरजकली पर अतीक ने अपना अत्याचार इस कदर ढाया कि रुह कांप जाए*


प्रयागराज की सूरजकली पर अतीक ने अपना अत्याचार इस कदर ढाया कि रुह कांप जाए. अतीक के गुर्गे एक दिन आए और जमीन पर जबरन कब्जा जमा लिया. हालांकि, जब सूरजकली ने इसका विरोध जताया तो उसकी पति की हत्या करवा दी. सूरजकली के मुताबिक, अतीक ने उसे खुद बुलाया और कहा था कि अब तुम्हारा पति नहीं है. अब से हम ही तुम्हारा अच्छे से देखभाल करेंगे. तुम्हारे पास जो भी संपत्ति हो, मेरे नाम पर लिख दो,वर्ना तुम्हारा भी वही हाल होगा जो तेरे पति का हुआ है ।

*माफिया अतीक के गुर्गों ने जबरन प्रॉपर्टी अपने नाम करवाई*


मोनिस के मुताबिक,अतीक के दोनों गुर्गों के पास हथियार थे. इन्होंने जबरदस्ती धमकाकर उनसे 15 लाख रुपए में उनकी प्रॉपर्टी एग्रीमेंट कराने के लिए उनसे साइन करा लिया. इसके बाद 13 लाख रुपए उनसे ले भी लिए. जिस समय यह वारदात हुई , मोनिस की पत्नी श्वेता रायपुर में थी. जब वह वापस आई और तहसील से कागज निकलवाया तो जानकारी हुई कि अतीक अहमद के गुर्गे रणविजय और आसिफ ने उनकी प्रापर्टी अपने नाम करा ली है. उन्होंने अपना ऑफिस खोलकर कब्जा कर लिया.

*जेल से दी थी बिल्डर मुस्लिम को धमकी'*

अतीक अहमद ने जेल से ही एक बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम को धमकी दी थी. ये धमकी पैसे देने के लिए दी गई थी. इसके बाद 9 जनवरी को अतीक के बेटे असद ने मोहम्मद मुस्लिम को फोन किया था. मुस्लिम ने फोन नहीं उठाया तो असद ने उसे धमकी भरा मैसेज भेजा. इस मैसेज से बिल्डर डर गया और फिर उसने फोन उठाया. इसके बाद असद और मोहम्मद मुस्लिम की बातचीत शुरू हुई. इस बातचीत का जो ऑडियो सामने आया है, उससे ये जाहिर हो रहा है कि ये बातचीत उमेश पाल हत्याकांड के लिए पैसे जुटाने के लिए की जा रही है. 


*चुनावी पर्ची से पांच लाख तक की वसूली'*


चुनाव में इस्तेमाल में होने वाली गुलाबी और सफेद पर्ची से अतीक अहमद तीन से पांच लाख रुपये तक की वसूली करवाता था. 

अतीक जब चुनाव लड़ता था, उस समय गुलाबी पर्ची व्यापारियों के बीच बांटी जाती थी. ये गुलाबी पर्ची दरअससल इलेक्शन टैक्स होता था. छोटे व्यापारी तीन लाख और बड़े व्यापारी टैक्स के नाम पर पांच लाख रुपये देते थे. वसूली का यह पैसा अतीक के बैंक ऑफ महाराष्ट्र के अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता था.

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