लखीमपुर खीरी निघासन कांड:जिहादियो ने दो सगी दलित बहनों का गैंगरेप एवं हत्या कर पेड से लटकाने वाले जुनैद समेत चार को पॉक्सो कोर्ट ने दोषी करार दिया

लखीमपुर खीरी निघासन कांड:जिहादियो ने दो सगी दलित बहनों का गैंगरेप एवं हत्या कर पेड से लटकाने वाले जुनैद समेत चार को पॉक्सो कोर्ट ने दोषी करार दिया


गैंगरेप और हत्या के मामले में छोटू उर्फ सुनील, जुनैद, आरिफ और करीमुद्दीनपुर समेत छह आरोपियों को जेल भेजा गया था


लखीमपुर: खीरी में दो सगी अनुसूचित बहनों का गैंगरेप एवं हत्या करने वाले जुनैद, मो छोटू , आरिफ, करीमुद्दीन को पॉक्सो कोर्ट ने दोषी करार दिया।


14 सितंबर 2022 की शाम को हुई यह घटना निघासन थाना क्षेत्र के तमोलिन पुरवा गांव में हुई थी. लड़कियों की उम्र 15 साल और 17 साल बताई गई थी. ग्रामीणों का कहना है कि लड़कियों की लाशें गन्ने के खेत में एक पेड़ से लटकी मिली. लड़की की मां ने स्थानीय पत्रकारों को बताया था कि उन्हें शक है कि उनकी बेटियों का क़त्ल किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि पड़ोस के गांव के तीन युवक मोटरसाइकिल पर आए थे और उन्होंने घर के पास ही चारा काट रही दोनों बहनों को जबरन उठा लिया था.


सनसनी मच गई। लड़कियों के सुसाइड किए जाने का दावा किया जाने लगा। हालांकि, लड़कियों की मां ने आरोप लगाया कि उनके सामने ही एक पड़ोसी और तीन अन्य युवकों ने दोनों बेटियों को अगवा किया था। चारों आरोपी दो बाइक से आए थे। दोनों लड़कियों को घसीटते हुए ले गए। बाइक पर बैठाया और जब तक उन्हें पकड़ा जाता, फरार हो गए। इसके बाद उन दोनों के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया गया। गैंगरेप की घटना को छिपाने के लिए दोनों बहनों की हत्या कर दी गई। शवों को पेड़ पर लटका कर आत्महत्या दिखाने का प्रयास किया गया। मामला सामने आते ही लोगों ने प्रदर्शन शुरू किया। लखीमपुर खीरी से लखनऊ तक यह मामला खासा गरमा गया।


आक्रोशित परिजनों ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। मीडिया में भी यह मामला गरमा गया। राजनीति शुरू हो गई। पुलिस ने इसके बाद कार्रवाई शुरू की। छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। तीन डॉक्टरों के पैनल ने दोनों बहनों के शव का पोस्टमार्टम किया। इसकी वीडियोग्राफी हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ हो गया कि दोनों बहनों के साथ गैंगरेप हुआ है।


एक बेटी 17 साल की थी। दूसरी की उम्र 15 साल थी। मां का कहना था कि उस समय वह घर के बाहर नल पर बर्तन धो रही थी। इसी बीच एक बाइक पर दो युवक आए और दोनों बेटियों को बाइक पर जबरन बैठा लिया। युवकों के दुस्साहस को देखते ही मां उनकी तरफ भागी। वे बताती हैं कि मैंने उन्हें रोकने की कोशिश की। इसी दौरान बाइक पर बैठे युवक ने मेरे पेट में लात मार दी।

घटना की जानकारी मिले ही गांव के लोग जुटे। बाइक से और पैदल ही उन किडनैपर बाइक सवार का पीछा शुरू किया। लेकिन वे पकड़ में नहीं आए। इसके बाद दोनों बच्चियों की तलाश शुरू हुई। लंबी तलाश के बाद दोनों बच्चियों के शव गांव से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर गन्ने की खेत में पेड़ से लटका मिला। वे बताती हैं कि मेरी बड़ी बेटी 10वीं और छोटी 7वीं कक्षा में पढ़ती थी।


गैंगरेप और हत्या के मामले में छोटू उर्फ सुनील, जुनैद, आरिफ और करीमुद्दीनपुर समेत छह आरोपियों को जेल भेजा गया था। इनमें से दो आरोपी कोर्ट में नाबालिग पाए गए। घटना की जांच कर रही एसआईटी ने 14 दिनो के भीतर चार्जशीट दायर कर दी। इसके बाद दोनों पक्षों की ओर से दलीलें पूरी हुई। कोर्ट ने छोटू उर्फ सुनील, आरिफ, करीमुद्दीन और जुनैद को गैंगरेप और मर्डर केस का दोषी पाया है। उन पर सजा के एलान के लिए 14 अगस्त की तिथि निर्धारित की गई है।

#लखीमपुर खीरी निघासन कांड


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