Chandrayaan-3*यूपी की बेटियो शितिशा शुक्ला और शिवानी त्यागी की टीम ने लैंडर के निर्माण मे अहम योगदान देकर चांद पर लहराया तिरंगा

 Chandrayaan-3 यूपी की बेटियो शितिशा शुक्ला और शिवानी त्यागी की टीम ने लैंडर के निर्माण मे अहम योगदान देकर चांद पर लहराया तिरंगा


इसरो में 2017 से कार्यरत शितीशा चंद्रयान-2 और गगनयान मिशन की इलेक्ट्रॉनिक्स विशेषज्ञ टीम में रहीं है


मेरठ के सरधना तहसील क्षेत्र के गांव भुनी की शिवानी त्यागी भी चंद्रयान-3 का हिस्सा रहीं


अंतरिक्ष जगत में भारत ने लैंडिंग कर इतिहास रच दिया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का मिशन चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की सतह पर ‘साफ्ट लैंडिंग’ किया । वेस्ट यूपी में खासा उत्साह इसलिए भी है कि मुजफ्फरनगर की एक बेटी भी इस मिशन का हिस्सा हैं।


जिले के अवध विहार निवासी शितिशा और उनकी टीम ने जहां चंद्रयान-3 के लैंडर का निर्माण किया है।

मुजफ्फरनगर शहर के अवध विहार निवासी जैन कन्या इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ. कंचन प्रभा शुक्ला की बेटी शितीशा भी चंद्रयान-3 का हिस्सा रहीं। इसरो में 2017 से कार्यरत शितीशा चंद्रयान-2 और गगनयान मिशन की इलेक्ट्रॉनिक्स विशेषज्ञ टीम में रहीं है। उनकी टीम ने लैंडर का निर्माण किया। 


जवाहर नवोदय विद्यालय बघरा की छात्रा रहीं शितीशा ने मदन मोहन मालवीय कॉलेज गोरखपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। पिता शरद वाजपेई जिला ग्राम्य  विकास अभिकरण में बतौर प्रोग्रामर कार्यरत हैं। बहन श्रेयसी वाजपेई एयर अॅथारिटी ऑफ इंडिया में एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के पद पर कार्यरत हैं।


चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद उनके घर पर पल-पल प्रार्थनाओं और दुआओं में गुजर रहा था। जाहिर है कि चांद पर तिरंगा लहराते ही खतौली में दिवाली और होली जैसी खुशियां छा गयी। शितिशा के घर पर भी मिठाइयां बांटी गयी। इसके लिए परिजन और क्षेत्र के लोग बेहद उत्साहित हैं।


मेरठ के सरधना तहसील क्षेत्र के गांव भुनी की शिवानी त्यागी भी चंद्रयान-3 का हिस्सा रहीं

 इसरो में 2017 से कार्यरत शिवानी त्यागी चंद्रयान-3 की विशेषज्ञ टीम में रहीं हैं। उनकी टीम ने लैंडर का निर्माण किया।


पिता महेश त्यागी किसान हैं। गांव में खुशियां छा गयी। लोग बेहद उत्साहित हैं। शिवानी त्यागी के पिता महेश त्यागी ने बताया कि उनके पांच बच्चे हैं। शिवानी त्यागी तीसरे नंबर की बेटी हैं।


उनकी बड़ी बेटी प्रीती त्यागी हैं, जो गाजियाबाद में टीचर के पद पर तैनात हैं। दूसरे नंबर की बेटी श्वेता त्यागी हैं, जो गृहणी है। तीसरे नंबर की शिवानी त्यागी हैं, जो इसरों में फिलहाल गुजरात में तैनात हैं। चौथे नंबर का अंशुल त्यागी हैं, जो बीटेक करने के बाद कंपनी में काम कर रहा है। सबसे छोटा बेटा आकाश बीटेक कर कंपनी में काम कर रहा है।


उन्होंने बताया चंद्रयान 3 की कामयाबी पर हमें बेहद खुशी हुई है। बेटी शिवानी त्यागी ने कभी हमें इस विषय पर ज्यादा जानकारी नहीं दी।


ग्राम प्रधान नीलम त्यागी ने चंद्रयान 3 की सफलता होने पर बेटी शिवानी त्यागी का फोटो फेसबुक पर अपलोड कर बधाई दी है। ग्राम प्रधान टिंकू ने गांव में मिठाई बताकर खुशियां मनाई है।


बता दे शिवानी त्यागी इंटर तक सरधना की छात्रा रही हैं। उसके बाद दिल्ली से बीटेक आईटी गोल्ड मेडलिस्ट इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी लक्ष्मणगढ़, एमटेक कंप्यूटर एंड गोल्ड मेडलिस्ट दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी से की है। फिलहाल सीनियर साइंटिस्ट इसरों मे गुजरात में हैं।

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