Umesh Pal Murder Case:जिस क्रेटा कार से माफिया अतीक का बेटा असद,अरबाज,साबिर पहुंचे थे उमेश पाल के घर, उसके मालिक नफीस पर शिकंजा कसने की तैयारी!
नफीस को अतीक का ही गुर्गा है। अतीक ने अपनी सरपरस्ती में ही उसकी दुकान सिविल लाइंस में पैलेस सिनेमा के पास लगवाई थी
जांच में ये पता चला की नफीस ने ये क्रेटा कार अपने रिश्तेदार रुखसार को बेच दी थी. मगर पुलिस की जांच में कई ऐसे क्लू मिले हैं जिससे साफ होता है की नफीस और रुखसार को ये पता था की क्रेटा कार कौन यूज कर रहा है. उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने के बाद असद, साबिर और अरबाज उसी कार से चकिया अपने घर पहुंचे थे और गली के बाहर कार खड़ी करके सबके सब भाग निकले थे. बाद में पुलिस ने क्रेन से कार को खिंचवाकर जप्त किया था।
उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) के मुकदमे में 'ईट ऑन बिरयानी शॉप' के मालिक नफीस अहमद और उसके रिश्तेदार रुखसार को भी आरोपी बनाया गया है।
उमेश पाल हत्याकांड के बाद पुलिस ने अतीक के गुर्गो पर ताबड़तोड़ कार्यवाही की थी. अरबाज और उस्मान को कुछ दिन बाद ही पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान मार गिराया था.
मीडिया में ये खबर भी उस वक्त सुर्खियां बनी थीं कि अतीक का करीबी 'ईट ऑन बिरयानी शॉप' के मालिक नफीस को पुलिस ने पकड़ लिया है.इसकी पुष्टी नही है।
उमेश पाल हत्याकांड के बाद नफीस और रुखसार दोनों अचानक गायब हो गए थे.अब पुलिस ने दोनों की तलाश फिर से शुरू कर दी है. पुलिस ने नफीस के रौशन बाग वाले घर पर कई बार दाबिश भी दी, लेकिन उसका कुछ पता नही चला. रुखसार के घर पर भी पुलिस कई बार जा चुकी है, लेकिन वो भी गायब है. दोनों की तलाश में प्रयागराज पुलिस दूसरे प्रदेशों की पुलिस से भी संपर्क कर रही है. पुलिस को आशंका है कि नफीस हैदराबाद में छिपा हो सकता है.
पुलिस को यह भी शक है कि नफीस ने शूटरों को फंडिंग भी की थी। पुलिस अधिकारी अभी इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे रहे हैं।
उमेश पाल की हत्या में प्रयुक्त कार पुलिस ने चकिया में अतीक के घर के पास से बरामद की थी। कार पर नंबर नहीं था। गाड़ी की चेसिस और इंजन नंबर से पता चला कि गाड़ी इस वक्त जीटीबी नगर करेली के रहने वाले निसार अहमद की पत्नी रुखसार के नाम पर है। मूल रूप से यह गाड़ी ईट आन रेस्टोरेंट के मालिक नफीस बिरयानी की थी। उसने लगभग साल भर पहले गाड़ी रुखसार के नाम पर ट्रांसफर करवाई थी।
नफीस को अतीक का ही गुर्गा माना जाता है। अतीक ने अपनी सरपरस्ती में ही उसकी दुकान सिविल लाइंस में पैलेस सिनेमा के पास लगवाई थी।
बाद में दुकान जब चल निकली तो नफीस ने नवाब यूसुफ रोड पर बड़ा सा गोदाम और रसोई बनवाई थी। जब अतीक और उसके गुर्गों के खिलाफ अभियान चला तो उसका गोदाम ध्वस्त कर दिया गया था। बाद में उसने बीएचएस के पास नया रेस्टोरेंट खोला। यहां भी रेस्टोरेंट से प्रतिदिन लाखों की कमाई का अनुमान लगाया जाता है। पुलिस को यह भी शक है कि नफीस ने शूटरों को फंडिंग भी की थी।
नफीस बिरयानी, अतीक और अशरफ का कितना करीबी था, इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब अशरफ बाहर था। वह अक्सर रात में पैलेस सिनेमा हाल के पास वाले ईट आन रेस्टोरेंट में बैठता था।
जिस क्रेटा कार से अरबाज साबिर और अतीक अहमद का बेटा असद उमेश पाल के घर पहुंचे थे वो कार नफीस की थी.