माफिया अतीक (Atiq) का गुर्गा नफीस ( Nafees) बिरयानी माफिया (Mafia) की काली कमाई को सफेद करने में करता था

माफिया अतीक (Atiq) का गुर्गा नफीस ( Nafees) बिरयानी माफिया (Mafia) की काली कमाई को सफेद करने में करता था

2021 में अशरफ के जेल जाने के बाद से उसके जेल और पेशी-पैरवी के खर्चे वह ही उठाता था।


प्रयागराज:माफिया अतीक अहमद के गुर्गे मोहम्मद नफीस उर्फ नफीस बिरयानी को प्रयागराज पुलिस ने बुधवार की रात मुठभेड़ के बाद यहां गिरफ्तार कर लिया।


करेेली में छोटी सी दुकान से व्यवसाय शुरू करने वाला यह आरोपी माफिया की सरपरस्ती में कुछ ही सालों में फर्श से अर्श पर पहुंच गया। ठेले पर बिरयानी बेचने वाला दुकानदार जमीनों का सौदागर बन बैठा था।


अशरफ और उसके गुर्गे अक्सर उसकी दुकान पर बिरयानी खाने पहुंचते थे। इसके बाद अशरफ की मदद से ही वह जमीनों की खरीद फरोख्त में जुट गया और फिर माफिया की काली कमाई को सफेद करने में लग गया। 

2021 में अशरफ के जेल जाने के बाद से उसके जेल और पेशी-पैरवी के खर्चे वह ही उठाता था। अशरफ की पत्नी जैनब के लिए रुपयों व गाड़ी का इंतजाम भी वह ही करता था।


खुल्दाबाद के गुलाबबाड़ी के रहने वाले नफीस पर उमेश पाल हत्याकांड से पहले कुल तीन मुकदमे दर्ज थे। इनमें से एक हत्या का प्रयास व एससी एसटी एक्ट का था। 

जबकि दो मुकदमे कोराना काल के दौरान महामारी अधिनियम के तहत लिखे गए थे। इसके बाद उमेश पाल हत्याकांड में उसका नाम तब आया जब पुलिस को पता चला कि वारदात में इस्तेमाल क्रेटा कार उसकी ही थी।



50 हजार का इनामी नफीस अशरफ के जेल से लेकर पैरवी-पेशी तक के खर्चे उठाता था। इसके साथ ही अशरफ की पत्नी जैनब के लिए भी रुपयों-गाड़ी का इंतजाम करता था।


उमेश पाल हत्याकांड में सह आरोपी मोहम्मद नफीस पर प्रयागराज पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। पुलिस द्वारा आरोपी को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है और विधिक कार्यवाही की जा रही है।

 बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक राजू पाल की हत्या मामले में मुख्य गवाह उमेश पाल की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

 इस हत्या में इस्तेमाल की गई क्रेटा कार मोहम्मद नफीस की थी और वह काफी दिनों से फरार था।

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