एडीओ पंचायत के बेहतरीन प्रबंधन से स्वच्छता के साथ "चमका भगवतपुर ब्लॉक" !
*एडीओ पंचायत अखिलेश कुमार यादव के कठोर परिश्रम और दृढ़संकल्प से गंदगी मुक्त हुआ ब्लॉक!
भगवतपुर/ प्रयागराज! स्वच्छ भारत मिशन के तहत, ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में स्वच्छता और ठोस व तरल कचरा प्रबंधन में सुधार किया गया है, जिससे कई ब्लॉक बेहतर स्वच्छता के साथ "चमके" हैं।
इसी मे से एक ब्लॉक भगवतपुर है,जहा आज गंदगी हो गई है छूमंतर।
ब्लॉक भगवतपुर के के तेज तर्रार खंड पंचायत अधिकारी अखिलेश कुमार यादव के विशेष प्रबंधन और ग्राम सचिवो के साथ तालमेल से मिलाकर किये गए कार्यो के बदौलत भगवतपुर के लगभग सभी ग्राम पंचायतो मे सड़क से लेकर नालिया और डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण से मोदी- योगी सरकार की मंशानुसार स्वच्छ भारत मिशन लगातार सफलता की ओर अग्रसर है ।
स्वच्छ मिशन ने सामुदायिक शौचालयों, घरों के लिए शौचालयों के निर्माण, डोर-टू-डोर कचरा संग्रह और कचरा प्रबंधन इकाइयों की स्थापना को बढ़ावा दिया है, जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार हुआ और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिला है।
शौचालयों का निर्माण: खुले में शौच को समाप्त करने के लिए हर घर में और सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया गया है।
कचरा प्रबंधन: ठोस और तरल कचरे के उचित प्रबंधन के लिए विभिन्न गतिविधियां की गईं, जैसे कि कचरा संग्रह वाहन, विशेष टिन शेड और अपशिष्ट प्रबंधन इकाइयाँ स्थापित की गईं।
जागरूकता और व्यवहार परिवर्तन: लोगों में स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति व्यवहार परिवर्तन लाने के लिए जागरूकता अभियान चलाए गए हैं।
आर्थिक अवसर: सामुदायिक शौचालय की निगरानी और साफ-सफाई के लिए महिला केयरटेकर नियुक्त किए गए हैं, तथा वर्मीकम्पोस्ट खाद बेचकर ग्राम पंचायतों की आय बढ़ाई गई है।
सशक्त सामुदायिक सहभागिता: ग्राम पंचायतों और समुदायों को स्वच्छता अभियान में शामिल होने और योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
बुनियादी ढांचे का विकास: मिशन के तहत विभिन्न सरकारी योजनाओं को एकीकृत करके स्वच्छता के बुनियादी ढांचे में सुधार किया गया है।
नवाचार और स्थायी समाधान: गोबरधन जैसी पहलों के माध्यम से जैविक कचरे का उपयोग किया जा रहा है, जिससे स्थायी स्वच्छता को बढ़ावा मिल रहा है।
ई-रिक्शा के माध्यम से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन किया जा रहा है .जिला अधिकारी के निर्देश पर ग्राम पंचायतों में सफलतापूर्वक विशेष सफाई अभियान चलाए गए।
स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण -चरण II...
भारत में 95% से अधिक गांवों को ओडीएफ प्लस घोषित किया गया (27 दिसंबर, 2024 तक) और भारत में 69% से अधिक गांवों को स्वच्छ भारत मिशन - ग्रामीण के तहत ओडीएफ प्लस मॉडल के रूप में घोषित किया गया
दिसंबर 2022 में 1 लाख गांवों से दिसंबर 2024 में 5.61 लाख से अधिक ओडीएफ प्लस गांवों तक ओडीएफ प्लस गांवों में उल्लेखनीय 460% की वृद्धि हुई है
माननीय केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने भारत के 75वें गणतंत्र दिवस, 2024 पर 450 से अधिक महिलाओं के साथ जीवंत संवाद किया
17 से 2 अक्टूबर 2024 तक स्वच्छता ही सेवा अभियान में 30 करोड़ से अधिक लोगों की सामूहिक भागीदारी प्राप्त हुई।
विश्व शौचालय दिवस अभियान, हमारा शौचालय, हमारा सम्मान ने 50,500 से अधिक कार्यक्रमों के साथ 38 लाख से अधिक प्रतिभागियों को संगठित किया और 1.54 लाख से अधिक सामुदायिक स्वच्छता परिसरों (सीएससी) में कार्यात्मक सुधार सुनिश्चित किया, जिसमें मौजूदा सुविधाओं का 70% से अधिक शामिल है।


