21वीं सदी का नया भारत बुलंद हौसले से भरा हुआ..गुलामी की सोच को पीछे छोड़ रहा है - पीएम मोदी

21वीं सदी का नया भारत बुलंद हौसले से भरा हुआ..गुलामी की सोच को पीछे छोड़ रहा है - पीएम मोदी


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पीएम मोदी ने कहा, हम संतों को आशीर्वाद से ही पवित्र सेंगोल को उसकी गरिमा लौटा सके हैं. लोकतंत्र हमारे लिए एक विचार है, एक परंपरा है, भारत लोकतंत्र की जननी है और संसद लोकतंत्र का मंदिर है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन कर दिया है. इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद रहे.

पीएम ने कहा, हमें कर्तव्य को प्राथमिकता में रखना होगा. हमें निरंतर खुद में सुधार करना होगा. हमें खुद को तपाना होगा, खुद को खपाना होगा तभी देश आगे बढ़ेगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आज नए संसद भवन को देखकर हर भारतीय गौरव से भरा हुआ है. इसमें वास्तू, विरासत, कला, कौशल, संस्कृति और सविंधान भी है. लोकसभा का आंतरिक हिस्सा राष्ट्रीय पंक्षी मोर पर आधारित है, राज्यसभा का आंतरिक हिस्सा राष्ट्रीय फूल कमल पर आधारित है. संसद के प्रांगण में राष्ट्रीय वृक्ष बरगद भी है.  


21 वीं सदी का नया भारत बुलंद हौसले से भरा हुआ भारत है और वह गुलामी की सोच को पीछे छोड़ रहा है. संसद की ये नई इमारत इस प्रयास का जीवंत प्रतीक बनी है. 


पीएम मोदी ने कहा, हमारा लोकतंत्र ही हमारी प्रेरणा है, हमारा संविधान ही हमारा संकल्प है. हमारी संस्कृति हमें सिखाती है कि चरैवेति चरैवेति, यानी चलते रहो, चलते रहो क्योंकि रुक जाने से भाग्य रुक जाता है.


पीएम मोदी ने कहा, इस इमारत के उद्घाटन के साथ ही दुनिया को ये पता चल गया है कि भारत की दिशा नई है, दृष्टी नईं है, संकल्प नया है. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, यह नया भवन हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपने को साकार करने का साधन बनेगा. यह नया भवन आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा. यह नया भवन विकसित भारत के संकल्पों की सिद्धी होते हुए देखेगा.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में पहुंचे. उनके साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद रहे. तमाम सांसदों और मुख्यमंत्रियों ने उनका स्वागत किया.


देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भारत की संसद को लोकतंत्र का नॉर्थ स्टार यानी ध्रुवतारा बताया है.  


लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला ने कहा, सेंगोल को सभापति की चेयर के पास स्थापित कर पीएम मोदी ने देश की सांस्कृतिक परंपरा को न सिर्फ दोहराया है बल्कि उसको एक नया आयाम भी दिया है. 


संसद के अंदर लगा अखंड भारत का नक्शा खींच रहा ध्यान


देश की नई संसद के अंदर की लगा एक चित्र लोगों का ध्यान खींच रहा है। यह चित्र कोई मामूली चित्र नहीं बल्कि अखंड भारत का नक्शा है। इसमें आज के पाकिस्तान में स्थित तक्षशिला को भी दर्शाया गया है।

देश का दिल कहे जाने वाली राजधानी दिल्ली में नई संसद बनकर तैयार है। पीएम मोदी ने आज उसका उद्घाटन भी कर दिया। इसके बाद इसे देशवासियों को समर्पित कर दिया गया। इस नई संसद को जिस खूबसूरती से बनाया गया है, वह वाकई अपने-आप में काबिले-तारीफ है। इसकी दिवारों पर कई मनमोहक आर्टवर्क, पेंटिंग्स और म्यूरल्स लगाए गए हैं। कुलमिलाकर कहें तो प्रचीन इतिहास को बड़े ही शानदार तरीके से दिखाया गया है।


संसद भवन के अंदर की दीवारों पर भारत के पूर्व गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल और अंबेडकर के साथ चाणक्य तक का चित्र है। इसके अलावा भी कई ऐसा आर्टवर्क है जो बरबस ही आपको इसे देखने के लिए मोहित करता है। इन सबके बीच भारत के अखंड भारत के नक्शे की तस्वीर पर लोग सोशल मीडिया पर तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं। इस नक्शे में प्राचीन समय के महत्वपूर्ण साम्राज्यों और शहरों को दिखाया गया है। नक्शे में वर्तमान पाकिस्तान में स्थित तक्षशिला तक को दिखाया गया है।


पीएम ने भवन के निर्माण में लगे श्रमजीवियों को सम्मानित किया। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की और हवन और पूजा कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके बाद उन्होंने संसद भवन में सेंगोल स्थापित कर 20 पंडितों से आशीर्वाद लिया।


नए संसद भवन के उद्घाटन के दूसरे चरण में मोदी-मोदी के नारों के बीच प्रधानमंत्री ने नई संसद में प्रवेश किया। इसके बाद राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने अपना भाषण दिया। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का संदेश पढ़ा। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी अपना संबोधन दिया।


सेंगोल को सबसे पहले अंग्रेजों द्वारा सत्ता हस्तातंरण के प्रतीक के रूप में पंडित जवाहर लाल नेहरू को सौंपा गया था। नए भवन के इस उद्घाटन मौके पर संसद के दोनों ही सदनों के सदस्यों के साथ ही देश की प्रमुख हस्तियों को भी आमंत्रित किया गया है।


पीएम मोदी नएसंसद के उद्घाटन मौके पर धोती-कुर्ता पहने हुए नजर आए।


गौरव भाटिया ने लिखा, "आज एक ऐतिहासिक पल है और देश गौरवान्वित है. आप नजरबट्टू हैं और कुछ नहीं. छाती पीटते रहिए. 2024 में देश की जनता आपको इसी ताबूत में बंद करके गाढ़ देगी और नए लोकतंत्र के मंदिर में आपको आने का मौका भी नहीं देगी. चलिए यह भी तय हुआ संसद देश का ताबूत आपका."

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