स्वच्छ, सुरक्षित और सुव्यवस्थित होगा महाकुंभ 2025-मुख्यमंत्री’

स्वच्छ, सुरक्षित और सुव्यवस्थित होगा महाकुंभ 2025-मुख्यमंत्री’


महाकुंभ में अविरल और निर्मल होंगी गंगा-यमुना, बिजनौर से बलिया तक ज़ीरो डिस्चार्ज-मुख्यमंत्री’


’महाकुंभ से जुड़ी तैयारियों के लिए मुख्यमंत्री की डेडलाइन, 10 दिसंबर तक पूरे हो जाएं सारे काम’


’दिसंबर के पहले सप्ताह तक तैयार कर लें स्टील ब्रिज, कानपुर, लखनऊ, बाराबंकी और अयोध्या से प्रयागराज आगमन बनाएगा सुलभ’


’विश्व को सनातन भारतीय संस्कृति से साक्षात्कार कराने का सुअवसर है महाकुंभ- मुख्यमंत्री’


’स्वच्छता, सुरक्षा और सुविधा का मानक होगा महाकुंभ 2025-मुख्यमंत्री’


’मुख्यमंत्री ने किया महाकुंभ 2025 के प्रतीक चिह्न, वेबसाइट और मोबाइल एप का लोकार्पण’


’बेहतरीन यातायात प्रबंधन पर मुख्यमंत्री का जोर, कहा आगंतुक हों या स्थानीय, जाम की समस्या न हो आम’


’मुख्यमंत्री का निर्देश, विशेष स्नान पर्वों पर कोई वीआईपी मूवमेंट नहीं-मुख्यमंत्री’


’एयरपोर्ट से मेला क्षेत्र तक बनेगा वीवीआइपी कॉरिडोर’


’मेला क्षेत्र में तीन पुलिस लाइन, तीन महिला थाना और 10 पुलिस चौकियां होंगी स्थापित’


’पुलिस को मुख्यमंत्री का निर्देश, हर श्रद्धालु की आस्था का सम्मान करें, अच्छा व्यवहार करें’


’क्राउड मैनेजमेंट, फायर सर्विस, हेल्प डेस्क, पार्किंग, सीसीटीवी पर मुख्यमंत्री का जोर, एंटी ड्रोन सिस्टम भी लगेगा’


’एआई टूल से तैयार किया जाए सिक्योरिटी मॉडल-मुख्यमंत्री’


’कल्पवासी हो, स्नानार्थी हो या पर्यटक, सबकी सुरक्षा-सुविधा का रखें ध्यान, पुलिस का व्यवहार हो सहयोगात्मक-मुख्यमंत्री’


’अखाड़ों, आचार्यों, संतों से लेते रहें मार्गदर्शन, उनकी अपेक्षाओं का रखें पूरा ध्यान’


’प्रयागराज में होम स्टे की संभावना को प्रोत्साहित करें, स्थानीय लोगों को होगी अतिरिक्त आय-मुख्यमंत्री’


’मंत्रीगणों, जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में मेला प्रशासन और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री ने की महाकुंभ आयोजन की तैयारियों की समीक्षा’


’वर्ष 2019 में कुंभ का सफल आयोजन कर यूपी ने मानक स्थापित किया, इस बार लोगों की अपेक्षाएं हमसे और अधिक-मुख्यमंत्री’


’2019 में 3200 हेक्टेयर में फैला था मेलाक्षेत्र, इस बार 4000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में होगा विस्तार’


’7000 से अधिक बसें, डेढ़ लाख से अधिक शौचालय स्थापित होंगे, 10 हजार कर्मचारी करेंगे सफाई’


’सुरक्षा के लिए नए जीआरपी थानों की है आवश्यकता, बढ़ानी होगी चौकसी, रेलवे-यूपी पुलिस के बीच हो बेहतर समन्वय-मुख्यमंत्री’


’सुरक्षा की दृष्टि से करें किराएदारों और रेस्टोरेंट कर्मियों और ई-रिक्शा चालकों के वेरिफिकेशन’


      मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को महाकुंभ-2025 की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। सीएम ने महाकुंभ के प्रतीक चिह्न, वेबसाइट और मोबाइल ऐप का लोकार्पण भी किया। इस दौरान उन्होंने साधु-संतों के भी सुझावों को सुना और अफसरों को निर्देश दिया। सीएम ने महाकुंभ से जुड़ी तैयारियों के लिए डेडलाइन तय करते हुए निर्देश दिया कि 10 दिसंबर तक सारे काम पूरे कर लिए जाएं।

’4000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में होगा विस्तार’

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा कि वर्ष 2019 में कुंभ का सफल आयोजन कर यूपी ने मानक स्थापित किया है, इसलिए इस बार लोगों की अपेक्षाएं हमसे और अधिक है। 2019 में मेला क्षेत्र 3200 हेक्टेयर में फैला था। इस बार 4000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में इसका विस्तार होगा।

’स्वच्छता, सुरक्षा और सुविधा का मानक होगा महाकुंभ-2025’

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ से जुड़ी तैयारियों के लिए डेडलाइन तय करते हुए निर्देश दिया कि 10 दिसंबर तक सारे काम पूरे कर लिए जाएं। उन्होंने कहा कि महाकुंभ विश्व को सनातन भारतीय संस्कृति से साक्षात्कार कराने का सुअवसर है। यह स्वच्छता, सुरक्षा और सुविधा का मानक भी होगा। सीएम योगी ने निर्देश दिया कि महाकुंभ को देखते हुए 7000 से अधिक बसें लगाई जाएंगी। यहां डेढ़ लाख से अधिक शौचालय स्थापित किए जाएंगे। स्वच्छता पर जोर देते हुए सीएम ने निर्देश दिया कि 10 हजार कर्मचारियों की तैनाती कर यहां की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखा जाए।

’दिसंबर के पहले सप्ताह तक तैयार कर लें स्टील ब्रिज’

सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ में गंगा-यमुना अविरल और निर्मल होंगी। बिजनौर से बलिया तक जीरो डिस्चार्ज होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि स्टील ब्रिज दिसंबर के पहले सप्ताह तक तैयार कर लें। यह कानपुर, लखनऊ, बाराबंकी और अयोध्या से प्रयागराज तक के आगमन को सुलभ बनाएगा।

’मेला क्षेत्र में तीन पुलिस लाइन, तीन महिला थाना व 10 पुलिस चौकी होगी स्थापित’

मुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि एयरपोर्ट से मेला क्षेत्र तक वीवीआईपी कॉरिडोर बनाएं, लेकिन विशेष स्नान पर्वों पर कोई वीआईपी मूवमेंट न हो। सुरक्षा के दृष्टिगत मेला क्षेत्र में तीन पुलिस लाइन, तीन महिला थाना और 10 पुलिस चौकी स्थापित करें। सीएम ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर श्रद्धालु की आस्था का सम्मान करते हुए हर किसी से अच्छा व्यवहार रखें। कल्पवासी हों या स्नानार्थी,  श्रद्धालु हों या पर्यटक, सबकी सुरक्षा-सुविधा का ध्यान रखा जाए। पुलिस का व्यवहार भी सहयोगात्मक रहना चाहिए। सुरक्षा के दृष्टिगत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का क्राउड मैनेजमेंट, फायर सर्विस, हेल्प डेस्क, पार्किंग, सीसीटीवी पर जोर रहा। उन्होंने कहा कि यहां एंटी ड्रोन सिस्टम भी लगेगा। सिक्योरिटी मॉडल एआई टूल से तैयार किए जाएं।

’होमस्टे की संभावना को करें प्रोत्साहित’

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थानीय अधिकारियों व कुंभ मेला प्रशासन से कहा कि अखाड़ों, आचार्यों, संतों से भी मार्गदर्शन लेते रहें। उनकी अपेक्षाओं का पूरा ध्यान भी रखें। सीएम योगी ने प्रयागराज में होम स्टे की संभावना को प्रोत्साहित करने पर जोर देते हुए कहा कि इस योजना से स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ा जाए। इससे उनकी अतिरिक्त आय भी होगी।  

’नए जीआरपी थानों की आवश्यकता पर सीएम का जोर’

सीएम योगी ने निर्देश दिया कि सुरक्षा के लिए नए जीआरपी थानों की आवश्यकता है। चौकसी बढ़ाने के लिए  रेलवे-यूपी पुलिस के बीच बेहतर समन्वय स्थापित हो। सुरक्षा की दृष्टि से किराएदारों, रेस्टोरेंट कर्मियों और ई-रिक्शा चालकों के वेरिफिकेशन भी करा लिए जाएं।

      बैठक में प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, एके शर्मा, नंदगोपाल गुप्ता नंदी, राकेश सचान, जयवीर सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ0 वी0के0 सिंह, महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी, सांसद फूलपुर श्री प्रवीण पटेल, विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह, हर्षवर्धन वाजपेयी, पियूष रंजन निषाद, डॉ वाचस्पति, गुरु प्रसाद मौर्य, विधान परिषद सदस्य केपी श्रीवास्तव, मुख्य सचिव मनोज सिंह समेत स्थानीय जनप्रतिनिधि, आलाधिकारी, कुंभ मेला प्रशासन आदि मौजूद रहे।

[06/10, 6:31 pm] Editor In Chief RD NEWS: महाकुंभ में दुनिया देखेगी ‘‘स्मार्ट प्रयागराज का भव्य स्वरूप’’


’प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री ने महाकुंभ से जुड़ी सभी परियोजनाओं की समीक्षा की’


’कुंभ 2019 में प्रयागराज वासियों ने दिखाया अनुपम आतिथ्य का उदाहरण, महाकुंभ में भी सबका सहयोग अपेक्षित-मुख्यमंत्री’


’काम समय पर पूरा हो, गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं-मुख्यमंत्री’


      मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि महाकुंभ 2025 में दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को ‘‘स्मार्ट प्रयागराज के भव्य स्वरूप’’  का साक्षात्कार होगा। उन्होंने कहा है कि पूरी दुनिया से सनातन समाज महाकुंभ में आने तो उत्सुक है, तो पर्यटकों में भी इसे लेकर बड़ा आकर्षण है। ऐसे में हर आगंतुक को प्रयागराज में अच्छी सुविधा उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है।

      रविवार को एक दिवसीय दौरे पर प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के दृष्टिगत प्रयागराज में जारी सभी निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और जारी परियोजनाओं को तय मानकों के अनुरूप पूरी गुणवत्ता के साथ, निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं, पर्यटकों को उत्कृष्ट सुरक्षा और विश्वस्तरीय सुविधा उपलब्ध हो, इसके लिए प्रयागराज में अनेक निर्माण कार्य चल रहे हैं। निर्माण कार्यों के बीच प्रयागराज के स्थानीय निवासियों की सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रयागराज वासियों ने जिस तरह कुंभ 2019 में दुनियाभर से आये 25 करोड़ श्रद्धालुओं, पर्यटकों के लिए आतिथ्य का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया था, उसी प्रकार, इस बार भी व्यवस्था बनाने में हर नगरवासी का सहयोग प्राप्त होगा।

     इससे पहले, परेड स्थित हेलीपैड पर उतरने के बाद मुख्यमंत्री सबसे पहले मोटरबोट से संगम नोज पहुंचे, जहां उन्होंने गंगा, यमुना, सरस्वती के पावन संगम स्थली का दर्शन-पूजन किया। जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री ने संगम के विशाल स्नान क्षेत्र का अवलोकन भी किया।

    पवित्र अक्षयवट, पातालपुरी एवं सरस्वती कूप का दर्शन करने के उपरांत मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार भी अक्षयवट, पातालपुरी और सरस्वती कूप के दर्शन का पुण्य लाभ सुगमता से प्राप्त हों, इसके लिए यहां अच्छे प्रबंध होने चाहिए। मुख्यमंत्री ने किले के भीतर जारी विकास कार्यों को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने लेटे हुए हनुमान जी का भी दर्शन किया और कुंभ के सफल आयोजन के लिए प्रार्थना की।

      दोपहर बाद भारद्वाज आश्रम पहुंचे मुख्यमंत्री ने यहां जारी विकास कार्यों का निरीक्षण किया, वहीं आईईआरटी सेतु का निरीक्षण करते मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के  दृष्टिगत सेतु निर्माण कार्य को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए।

’------------------------------’


शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती जी महाराज से मुख्यमंत्री ने की भेंट


       प्रयागराज आगमन के विशेष अवसर पर मुख्यमंत्री ने पूज्य शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती जी महाराज से भी भेंट की और महाकुंभ आयोजन की तैयारियों से अवगत कराया। लगभग 20 मिनट तक चली इस भेंट के दौरान मुख्यमंत्री ने शंकराचार्य जी से कहा कि राज्य सरकार, पूज्य संतगणों की अपेक्षाओं और आवश्यकताओं का ध्यान रखते हुए सभी आवश्यक प्रबंध कर रही है। महाकुंभ 2025, कुंभ 2019 से भी अधिक दिव्य और भव्य होगा। उन्होंने कहा कि व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में समय-समय पर पूज्य संतगणों का मार्गदर्शन भी अपेक्षित है।

[06/10, 6:31 pm] Editor In Chief RD NEWS: प्रयागराज में सनातन भावनाओं का सम्मान, महाकुंभ में नहीं होगी मांस-मदिरा की बिक्री-मुख्यमंत्री’


’संत समाज से बोले मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश में गोहत्या अपराध, गोवंश संरक्षण के लिए आगे आये संत समाज’


’सनातन परंपरा के सम्मान के लिए समर्पित है सरकार-मुख्यमंत्री’


’महाकुंभ में दुनिया करेगी सनातन भारतीय संस्कृति से साक्षात्कार-मुख्यमंत्री’


’संतगणों की भावनाओं का पूरा सम्मान, हर आशा, अपेक्षा और आवश्यकता को पूरा करने का है प्रयास-मुख्यमंत्री’


’अखाड़ों, संत परंपराओं के प्रतिनिधियों ने अपनी अपेक्षाओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया, व्यवस्थाओं से संतुष्ट, सुविधाओं में बढ़ोतरी का अनुरोध’


’महाकुंभ से पूर्व सभी अखाड़ों, विभिन्न संत परंपराओं के प्रतिनिधियों, पदाधिकारियों से मुख्यमंत्री ने किया संवाद’


’संतों के समक्ष मुख्यमंत्री की घोषणा, संतों-संन्यासियों की समाधि के लिए प्रयागराज में आरक्षित होगी भूमि’


       महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज की शास्त्रीय सीमा में मांस-मदिरा की बिक्री नहीं होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रयागराज में सभी 13 अखाड़ों, खाक-चौक परंपरा, दण्डीबाड़ा परंपरा और आचार्यबाड़ा परंपरा के प्रतिनिधियों, पदाधिकारियों की उपस्थिति में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि महाकुंभ का आयोजन सनातन धर्म के ध्वजवाहक अखाड़ों और विभिन्न संत परंपराओं के निर्देशन में उनके ही द्वारा किया जाता है। राज्य सरकार, इसमें सहयोगी है और दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुगण अतिथि हैं। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में पूरी दुनिया सनातन भारतीय संस्कृति से साक्षात्कार करेगी। सनातन परंपरा के सम्मान के लिए सरकार समर्पित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि साधु-संतों, संन्यासियों, वैरागियों सहित समस्त सनातन समाज की भावनाओं का सम्मान रखते हुए प्रयागराज की शास्त्रीय सीमा में मांस-मदिरा का क्रय-विक्रय प्रतिबंधित किया जाना आवश्यक है।

     रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ मेला क्षेत्र में संत समाज के साथ संवाद कर रहे थे। इस बैठक में सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि तथा खाक-चौक परंपरा, दण्डीबाड़ा परंपरा और आचार्यबाड़ा परंपरा के प्रतिनिधियों, पदाधिकारियों की उपस्थिति रहे।

       मुख्यमंत्री ने कहा कि पावन त्रिवेणी संगम में स्नान की अभिलाषा लिए महाकुंभ आने वाले हर संत और श्रद्धालु को अविरल-निर्मल गंगा-यमुना के दर्शन होंगे। पवित्र नदियों की स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए सरकार के स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन साधु-संत समाज का सहयोग भी अपेक्षित है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि महाकुंभ के दौरान ब्रह्मलीन होने वाले साधु-संतों की समाधि के लिए प्रयागराज में शीघ्र ही भूमि आरक्षित कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि संतों के मार्गदर्शन में ही सनातन समाज का उत्कर्ष संभव है। महाकुंभ 2025, कुंभ 2019 से भी अधिक भव्य हो, इसके लिए सभी को योगदान करना होगा। संतों की कृपा और प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में आज अयोध्या, वाराणसी और ब्रजधाम के नए स्वरूप का दर्शन पूरी दुनिया कर रही है। विशेष अवसर पर ब्रह्मलीन नरेंद्र गिरी जी महराज की स्मृति को नमन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज लेटे हुए हनुमान जी मंदिर के पास कॉरीडोर का निर्माण भी हो रहा है। उन्होंने सभी संतों से स्वच्छ महाकुंभ के अभियान से जुड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि स्वच्छता के संकल्प के लिये यह सभी के लिए उचित होगा कि प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग न किया जाए।

       संत समाज की ओर से गो-हत्या पर प्रतिबंध की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में गोहत्या अपराध है। गोहत्या के विरुद्ध उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान है। इसके साथ ही, राज्य सरकार 07 हजार से अधिक गोवंश आश्रय स्थल का संचालन कर रही है, जहां 14 लाख से अधिक गोवंश संरक्षित है। विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सामान्य लोगों को भी गोसेवा से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि गोवंश संरक्षण के इस सेवाकार्य को आगे बढ़ाने में संत समाज का सहयोग अपेक्षित है। यह सर्वथा उचित होगा कि सभी आश्रमों में गोवंश संरक्षण स्थल का विकास हो। हर आश्रम में गोसेवा हो।

      महाकुंभ में सुरक्षा को शीर्ष प्राथमिकता देते हुए मुख्यमंत्री ने सभी संतों-संन्यासियों, आचार्यों से अनुरोध किया कि अपने आश्रम में तब तक किसी को प्रवास की अनुमति न दें जब तक कि उनका विधिवत सत्यापन न कर लिया जाए। इससे पहले वैदिक मंत्रोच्चार और सनातन धर्म की जयघोष के बीच मुख्यमंत्री ने एक-एक सभी पूज्य साधु-संतों, आचार्यों को अंगवस्त्र पहना कर अभिनंदन किया। संतगणों के समक्ष महाकुंभ 2025 के प्रबन्धन एवं व्यवस्थाओं के संबंध में एक लघु फिल्म का प्रस्तुतीकरण भी किया गया।

     संगम तट पर मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित अखाड़ों एवं साधु-संतों के साथ संवाद के इस कार्यक्रम में सभी 13 अखाड़ों और विभिन्न संत परंपराओं के साधु-संतों, आचार्यों ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सनातन धर्मध्वज के रक्षक हैं, जिनके नेतृत्व में आज सनातन समाज गौरवान्वित हो रहा है। संतों ने कहा कि योगी जी पहले मुख्यमंत्री हैं, जो महाकुंभ के विषय में साधु-संतों, आचार्यों से इस तरह से सीधे संवाद कर रहे हैं और उनकी समस्याओं/सुझाओं को सुनकर लिपिबद्ध कर रहे हैं। साधु-संतों, आचार्यों के लिए यह अवसर अतुलनीय है। संत गणों ने महाकुंभ-2025 की तैयारियों पर संतुष्टि जताई। साथ ही कहा कि मेला क्षेत्र में चल रही तैयारियों को देखकर यह साफ हो जाता है कि महाकुंभ-2025 प्रयागराज में पूर्व में आयोजित हुए सभी अर्धकुंभ/महाकुंभ से भव्य एवं दिव्य होगा। अखाड़ों और विभिन्न संत परंपराओं के प्रतिनिधियों ने एक स्वर में मुख्यमंत्री योगी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया में तनाव व्याप्त है। एक देश, दूसरे देश के साथ युद्ध को आतुर हैं। मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में आयोजित होने वाला महाकुंभ-2025 पूरे विश्व को शांति का संदेश देने वाला होगा। पूरा संत समाज इसमें अपना योगदान करने को आतुर है। अखाड़ों के प्रतिनिधियों ने संत समाज की सुरक्षा के अच्छे प्रबंध की भी अपेक्षा जताई।

इस अवसर पर सभी 13 अखाड़ों, खाक-चौक परंपरा, दण्डीबाड़ा परंपरा और आचार्यबाड़ा परंपरा के प्रतिनिधियों, पदाधिकारियों के अलावा कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, एके शर्मा, नंदगोपाल गुप्ता नंदी, राकेश सचान, जयवीर सिंह, मुख्य सचिव मनोज सिंह समेत स्थानीय जनप्रतिनिधि, आलाधिकारी, कुंभ मेला प्रशासन आदि मौजूद रहे।

 महाकुंभ 2025 के दृष्टिगत कराए जा रहे विभिन्न कार्यों में से कई कार्यों का निरीक्षण आज माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा किया गया। माननीय मुख्य मंत्री जी ने सर्वप्रथम संगम नोज पहुंच कर पूरे वैदिक मन्त्रोच्चार के साथ संगम पूजन किया एवं आगामी महाकुंभ को सफल बनाने के दृष्टिगत मां त्रिवेणी से प्रार्थना की। 


तत्पश्चात् स्मार्ट सिटी परियोजना से वित्त पोषित एवं सेना के अधिकारियों की देखरेख में कराए जा रहे अक्षयवट कॉरिडोर के कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने अक्षयवट कॉरिडोर के मुख्य द्वार पर हो रहे कार्यों को देखा तथा शेष कार्य कब तक पूर्ण हो जाएंगे व अन्य सम्बधित जानकारी प्राप्त की , जिस पर संबंधित अधिकारी द्वारा के द्वारा बताया गया कि सभी कार्य 31 अक्टूबर तक पूर्ण करा दिए जाएंगे।


उन्होंने लेटे हनुमान जी मंदिर  में निर्माणाधीन कॉरिडोर के कार्यों का भी निरीक्षण किया तथा शेष कार्य कब तक पूर्ण हो जाएंगे इससे संबंधित जानकारी ली। संबंधित अधिकारी द्वारा अवगत करवाया गया कि बारिश एवं बाढ़ की वजह से कुछ कार्य विलंब से प्रारम्भ हुए थे परंतु सभी कार्यों को समय अंतर्गत पूरी गुणवत्ता के साथ पूर्ण करा लिया जाएगा। माननीय मुख्यमंत्री जी ने लेटे हनुमान जी मंदिर में जाकर आरती एवं पूजन किया।


महर्षि भारद्वाज मुनि आश्रम प्रांगण की भव्यता को बढ़ाये जाने के दृष्टिगत बनाये जा रहे भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर में कराए जा रहे निर्माण कार्यों का माननीय मुख्य मंत्री जी ने स्थलीय निरीक्षण करते हुए पर्ट चार्ट के सापेक्ष अभी कितना कार्य शेष है इससे सम्बंधित जानकारी ली जिसपर संबंधित अधिकारी द्वारा कार्यों की प्रगति के बारे में अवगत कराने पर माननीय मुख्यमंत्री जी ने सभी शेष कार्यों को अतिरिक्त मैन पॉवर बढ़ाते हुए  गुणवत्ता  को सुनिश्चित करते हुए कॉरिडोर के कार्य को अतिशीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।


इसी क्रम में उन्होंने आईईआरटी  रेलवे फ्लाई ओवर के निर्माणाधीन कार्यों का भी निरीक्षण किया एवं निर्माण के उपरांत यह फ्लाइओवर कुंभ एवं जनपद की ट्रैफिक समस्याओं के  निस्तारण में किस प्रकार सहायक होगा उससे संबंधित जानकारी प्राप्त की। उन्होंने संबंधित अधिकारियो को  विशेष कर आगामी त्योहारों के दृष्टिगत श्रमिकों की कमी न होने पाए यह सुनिश्चित करने को कहा।


माननीय मुख्यमंत्री जी ने शंकराचार्य श्री वासुदेवानंद सरस्वती जी से उनके अलोपी बाग स्थित आश्रम मे जाकर भेंट  की तथा उनसे कुंभ से दृष्टिगत विभिन्न आयामों पर चर्चा की।

Post a Comment

Previous Post Next Post