साध्वी सरस्वती और विहिप (विश्व हिंदू परिषद) का सनातन बोर्ड की आवश्यकता पर विचार!
*रिपोर्ट: रविंद्र आर्य*
साध्वी सरस्वती, जो विहिप और हिंदुत्व के प्रबल समर्थकों में से एक हैं, सनातन धर्म के संरक्षण और प्रसार के लिए हमेशा मुखर रही हैं। उनका यह मानना है कि एक सनातन बोर्ड का गठन आज की परिस्थितियों में अत्यंत आवश्यक है।
*साध्वी सरस्वती और विहिप की सोच:-*
*सनातन धर्म की एकजुटता:-*
साध्वी सरस्वती का मानना है कि सनातन धर्म की विभिन्न धाराओं, परंपराओं और विचारधाराओं को एक संगठित मंच पर लाना आवश्यक है। सनातन बोर्ड ऐसा मंच हो सकता है, जो धर्म के सभी पक्षों को एकजुट कर सके।
*धर्म और संस्कृति की रक्षा:-*
साध्वी सरस्वती ने अपने भाषणों में बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि सनातन धर्म और उसकी परंपराओं पर विभिन्न प्रकार के वैचारिक और सांस्कृतिक हमले हो रहे हैं। एक सशक्त सनातन बोर्ड इन चुनौतियों का सामना करने और धर्म की रक्षा करने के लिए जरूरी है।
*युवाओं को जोड़ना:-*
विहिप और साध्वी सरस्वती का विशेष जोर युवाओं को धर्म के प्रति प्रेरित करने पर है। उनका मानना है कि सनातन बोर्ड के माध्यम से धार्मिक शिक्षा, सांस्कृतिक गतिविधियों और डिजिटल प्लेटफॉर्म के उपयोग से युवाओं को प्रभावी रूप से जोड़ा जा सकता है।
*आधुनिक युग में धर्म का प्रचार:-*
साध्वी सरस्वती यह मानती हैं कि धर्म को वर्तमान समय की जरूरतों के अनुसार प्रस्तुत करना चाहिए। सनातन बोर्ड के माध्यम से आधुनिक माध्यमों (जैसे सोशल मीडिया, डिजिटल शिक्षा) का उपयोग करके धर्म के संदेश को वैश्विक स्तर पर पहुँचाया जा सकता है।
*धार्मिक आक्रामकता का सामना:-*
उनके विचार में, सनातन धर्म को कमजोर करने के उद्देश्य से विभिन्न षड्यंत्र और गतिविधियाँ हो रही हैं। सनातन बोर्ड इन गतिविधियों के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाने और कार्य करने के लिए एक मजबूत मंच बन सकता है।
*विहिप की भूमिका:-*
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) का उद्देश्य हमेशा से हिंदू समाज को एकजुट करना और धर्म की रक्षा करना रहा है। विहिप के पास संगठनात्मक क्षमता है, और साध्वी सरस्वती जैसे व्यक्तित्व के माध्यम से सनातन बोर्ड का गठन इस उद्देश्य को और सशक्त बना सकता है।
*साध्वी सरस्वती के नेतृत्व में सनातन बोर्ड की संभावनाएँ:-*
*राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर धर्म का प्रतिनिधित्व:-*
सनातन बोर्ड एक ऐसा मंच बन सकता है, जो वैश्विक स्तर पर सनातन धर्म के सिद्धांतों और मूल्यों का प्रतिनिधित्व करे।
*सामाजिक समस्याओं का समाधान:-*
साध्वी सरस्वती के नेतृत्व में, सनातन बोर्ड समाज के सामने आने वाली समस्याओं (जैसे धर्मांतरण, सांस्कृतिक क्षरण) का समाधान करने के लिए रणनीतियाँ तैयार कर सकता है।
*महिलाओं और बच्चों के लिए पहल:-*
साध्वी सरस्वती महिला सशक्तिकरण और धार्मिक शिक्षा के प्रति विशेष रूप से सक्रिय रही हैं। सनातन बोर्ड इस दिशा में ठोस कदम उठा सकता है।
*निष्कर्ष:-*
साध्वी सरस्वती और विहिप का यह मानना है कि सनातन बोर्ड न केवल धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए, बल्कि समाज में एकता और धार्मिक जागरूकता लाने के लिए भी आवश्यक है। उनका दृष्टिकोण यह सुनिश्चित करना है कि सनातन धर्म के आदर्श और सिद्धांत आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित और प्रासंगिक है