ओला पर कसा परिवहन विभाग का शिकंजा,वाहनों का 1,51,19,233 रुपए बाकी है कॉमर्शियल टैक्स,फिर भी सड़क पर भर रहे फर्राटा

ओला पर कसा परिवहन विभाग का शिकंजा,वाहनों का 1,51,19,233 रुपए बाकी है कॉमर्शियल टैक्स,फिर भी सड़क पर भर रहे फर्राटा



वरिष्ठ पत्रकार व भारतीय प्रेस परिषद (PCI) सदस्य श्याम सिंह पवार की सक्रियता व RD NEWS की खबर का हुआ असर,जागा कानपुर का परिवहन विभाग 



कानपुर :ओला कंपनी के अधिकारी  अनफिट टैक्सियों का धड़ल्ले से संचालन करा रहे हैं। इन वाहनों का 1,51,19,233 रुपए कॉमर्शियल टैक्स बाकी है, जिसे जमा नहीं किया गया है।

एआरटीओ प्रशासन सुधीर कुमार वर्मा ने कंपनी को नोटिस भेजकर 30 अप्रैल तक बकाया टैक्स जमा करने को कहा है। ऐसा न करने पर तहसील से आरसी जारी करवा दी जाएगी।कानपुर की सड़को पर नियम कानून को धता बताकर शहर में चल रहीं ओला कैब की गाड़िया, जिनका फिटनेस सितंबर 2019 से लंबित हैं।

ओला की टैक्सियों की फिटनेस हुए साढ़े तीन सालों से अधिक का समय बीत चुका है। नए वाहनों में हर दो साल और पुराने वाहनों की हर साल फिटनेस करानी होती है जो कि नही कराई गई और फर्राटे भरते रहे ।

बाबूपुरवा इलाके में वाहनों की चेकिंग की। इसमें सात ओला कैब अनफिट मिलने पर उन्हें सीज कर दिया गया।एआरटीओ प्रवर्तन सुनील दत्त ने बताया कि ड्राइवर हमेशा सवारी बैठे होने पर सीज न करने की दुहाई देते थे, लेकिन आज सवारियों को उतारकर वाहनों को सीज कर दिया गया। ये अभियान लगातार जारी रहेगा।

आपको बता दे कानपुर शहर में दौड़ रहीं 230 ओला टैक्सियां अनफिट हैं। ये यात्री सुरक्षा के लिए खतरनाक हैं। इसके बावजूद ओला कंपनी के अधिकारी इन अनफिट टैक्सियों का धड़ल्ले से संचालन करा रहे हैं।

यह खुलासा तब हुआ जब देश के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार व भारतीय प्रेस परिषद (PCI) सदस्य सिंह पवार ने एक ओला टैक्सी को बुक किया. बताते चलें कि ओला (OLA) कैब कम्पनी से हुण्डई कम्पनी की एक कार नम्बर यू0पी0 78 एफ0 एन0 5980 सम्बद्ध है। कैब कम्पनी के अभिलेखों में इस गाड़ी को चलाने हेतु विजय कुमार नामक व्यक्ति अधिकृत है। दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद कई महीनों से उपरोक्त कार, जी0-1 टी/17, अर्मापुर स्टेट कानपुर नगर के पते पर खड़ी है। इस गाड़ी का फिटनेश 16 जनवरी 2021 तक, टैक्स 31 दिसम्बर 2019 तक व इन्श्योरेन्स 15 जनवरी 2020 तक वैध है और उपरोक्त गाड़ी के नाम पर ओला (OLA) कैब कम्पनी, लोगों को बुकिंग दे कर कमीशन के लालच में उनकी जानमाल की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही है। ऐसे में आशंका है कि ऐसा ही अनेक मामलों में और भी हो सकता है।

श्याम सिंह पवार की सक्रियता से आमजन मानस के जानमाल से खिलवाड कर रही ओला कैब कंपनी की सारी कार्यशैली का भंडाफोड हो गया ।उसके पश्चात कानपुर का सो रहा परिवहन विभाग भी कुम्भकर्णी नींद से जाग गया ।चलो देर आये दुरस्त आये ।अब विभाग का शिकंजा ओला कैब की गाडियो पर कसना  शुरू हो गया है ।अब तक कई अनफिट गाड़ियो को सीज भी किया जा चुका है।

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