त्रयंबकेश्वर शिव मंदिर में हरी चादर चढ़ाने के लिए घुसने मे नाकाम रहे जेहादी,गिरफ्तार*
महाराष्ट्र के त्रयंबकेश्वर शिव मंदिर में हरी चादर चढ़ाने के लिए घुसने मे नाकाम रहे जेहादी , डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दिया SIT जांच का आदेश: नासिक पुलिस ने 5 जेहादियो को किया गिरफ्तार
नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में शनिवार (13 मई 2023) की रात जेहादी सोच के मुस्लिम युवकों ने जबरन घुसकर चादर चढ़ाने की कोशिश की थी। अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने SIT जाँच के आदेश दिए हैं। वहीं नासिक पुलिस ने FIR दर्ज करते हुए 5 लोगों को हिरासत में लिया।
मंदिर ट्रस्ट की ओर से पुलिस को जानकारी दी गई थी कि 13 मई को 10-12 युवक जबरन मंदिर में घुस गए। उनके पास हरी चादर और फूलों के गुच्छे थे।त्र्यंबकेश्वर मंदिर में जबरन घुसने की कोशिश करने वाले मुस्लिमों को सुरक्षाकर्मियों ने मंदिर के अंदर प्रवेश करने से रोक दिया था।
इस संबंध में मंदिर प्रशासन ने स्थानीय पुलिस थाने को पत्र भी लिखा। इसमें शनिवार (13 मई, 2023) रात 9:41 बजे हुई इस घटना के संबंध में बताया गया है। मंदिर के उत्तरी द्वार से कुछ ही दूरी पर उर्स का आयोजन चल रहा है। वहीं से कुछ मुस्लिमों ने मंदिर में एंट्री लेने की कोशिश की। इस पत्र में लिखा है कि सदियों से ये परंपरा चली आ रही है कि मंदिर में सिर्फ हिन्दुओं को ही प्रवेश देने की अनुमति रही है, जिनकी हिन्दू धर्म में आस्था नहीं है उन्हें नहीं।
त्र्यंबकेश्वर मंदिर में हुई इस घटना की SIT जाँच को लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम कार्यालय ने ट्विटर के जरिए एक बयान जारी किया है।
आज हम आपको त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।
*भारत की पावन भूमि में स्थित 12 पवित्र ज्योतिर्लिंग के नाम उनके स्थान के अनुसार दिए गए है। यह नाम क्रम वार है।*
इन्ही 12 पवित्र ज्योतिर्लिंग मे से एक है "त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग" जाने ...
सोमनाथ (गुजरात)
मल्लिकार्जुन (आंध्रप्रदेश)
महाकालेश्वर (मध्य प्रदेश)
ओम्कारेश्वर (मध्य प्रदेश)
केदारनाथ (उत्तराखंड)
भीमाशंकर (महाराष्ट्र)
काशी विश्वनाथ (उत्तर प्रदेश)
त्रयंबकेश्वर (महाराष्ट्र)
वैद्यनाथ (झारखंड)
नागेश्वर (गुजरात)
रामेश्वरम (तमिल नाडु)
घृष्णेश्वर (महाराष्ट्र)
भारत में स्थित सभी धार्मिक स्थलों के पीछे कोई ना कोई कथा कहानी या रहस्य अवश्य छुपी होती है।
त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित है। नासिक रोड से 11 किलोमीटर की दूरी पर नाशिक पंचवटी है। कहा जाता है कि यही सीता जी का हरण हुआ था। पंचवटी से 30 किलोमीटर की दूरी पर त्रयंबकेश्वर महादेव का पावन स्थान है, जो कि भारत 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है। इस ज्योतिर्लिंग की काफी मान्यता है और भोलेनाथ के भक्त यहां पर दूर-दूर से दर्शन के लिए आते हैं।
मुख्य मंदिर के भीतर एक गड्ढे में तीन छोटे-छोटे शिवलिंग है, ब्रह्मा, विष्णु और महेश इन तीनों का प्रतीक माना जाता है। मंदिर के पीछे अमृत कुंड है। इस प्राचीन मंदिर के मान्यता की कहानी नासिक के हर एक व्यक्ति विशेष के मुख से सुना जा सकता है। कहा जाता है कि इस तरह त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग में भगवान शिव स्वयं प्रकट हुए थे।
गौतम मुनि के तपस्या से प्रसन्न होकर स्वयं शिव ब्रह्मा और विष्णु के साथ त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में विराजमान हो गए। इस प्रकार भगवान शिव ब्रह्मा और विष्णु इस त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में अभी भी देखे जा सकते हैं।
